चक्रवाती तूफान मोंथा के कारण यूपी-बिहार में भारी बारिश, आंध्र-तेलंगाना और ओडिशा में नुकसान

 चक्रवाती तूफान मोंथा के कारण यूपी-बिहार में भारी बारिश, आंध्र-तेलंगाना और ओडिशा में नुकसान

नई दिल्ली। चक्रवात तूफान ‘मोंथा’ कमजोर पड़ने के बावजूद देश के कई राज्यों में तबाही मचा रहा है। आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और ओडिशा में सबसे अधिक नुकसान हुआ है। आंध्र में तीन लोगों की मौत हुई, 1.5 लाख एकड़ फसल बर्बाद हो गई और प्रारंभिक अनुमान के अनुसार 5,265 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। तेलंगाना में भारी बारिश से वारंगल और हनमकोंडा में दो हजार लोगों को राहत शिविरों में पहुंचाया गया है।

चक्रवात मोंथा लगातार कमजोर हो रहा है, लेकिन इसका असर कई राज्यों में देखा जा रहा है। आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और ओडिशा में चक्रवात से काफी नुकसान हुआ है। आंध्र प्रदेश में तीन लोगों की मौत हो गई, 42 मवेशी मारे गए और करीब 1.5 लाख एकड़ में खड़ी फसलें बर्बाद हो गईं। तेलंगाना के कई हिस्सों में तेज बारिश जारी है। सूर्यापेट में पेड़ गिरने से बाइक सवार की मौत हो गई। खम्मम जिले में एक ट्रक ड्राइवर के बह जाने की भी खबर है। चक्रवात मोंथा का असर उत्तर भारत के राज्यों पर दिखा।

मध्य प्रदेश, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और बिहार में भी बारिश जारी है। बृहस्पतिवार को यूपी के अयोध्या, लखनऊ-कानपुर समेत 15 शहरों में रुक-रुक कर बारिश हुई। काशी में बारिश से जलभराव हो गया। मध्य प्रदेश के कई जिलों में हल्की से मध्यम बारिश हुई। वहीं, भोपाल, इंदौर-उज्जैन में तेज हवा चली। राजस्थान के जयपुर, अलवर, करौली सहित कई जिलों में बृहस्पतिवार सुबह तेज बूंदाबांदी हुई। इससे तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई। उधर, नेपाल में चक्रवात ‘मोन्था’ के असर से लगातार बारिश और बर्फबारी हो रही है।

नेपाली मौसम विभाग ने 26 जिलों में बाढ़ और भूस्खलन का अलर्ट जारी किया है। कोशी, मधेश और बागमती प्रांतों की नदियों में जलस्तर तेजी से बढ़ने की आशंका जताई गई है। विभाग ने लोगों से सतर्क रहने और नदी किनारे के इलाकों से दूर रहने की अपील की है। मौसम विभाग ने यह भी बताया कि अरब सागर के पूर्व-मध्य भाग में एक और निम्न दबाव का क्षेत्र सक्रिय है। पूर्व-मध्य अरब सागर में बना कम दबाव का क्षेत्र बीते छह घंटों में पश्चिम की ओर 13 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ा है और अगले 36 घंटे तक इस ओर ही बढ़ेगा।