राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बोर्ड के चेयरमैन बने पूर्व रॉ चीफ आलोक जोशी, टीम में बड़ा बदलाव  

 राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बोर्ड के चेयरमैन बने पूर्व रॉ चीफ आलोक जोशी, टीम में बड़ा बदलाव  
नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बोर्ड (एनएसएबी) की पूरी टीम को बदल दिया है। नई टीम के चेयरमैन पूर्व रॉ प्रमुख आलोक जोशी को नियुक्त किया गया है। बोर्ड में सेना, आईपीएस और आईएफएस के रिटायर्ड अधिकारियों को शामिल किया गया हैं। एनएसएबी राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद को सही तरीके से विश्लेषण और समाधान प्रदान करता है। यह बदलाव पहलगाम आतंकी हमले के बाद हुए तनाव के मद्देनजर महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
पूर्व पश्चिमी वायु सेना कमांडर एयर मार्शल पीएम सिन्हा, पूर्व दक्षिणी सेना कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल एके सिंह और रियर एडमिरल मोंटी खन्ना सैन्य सेवाओं से सेवानिवृत्त अधिकारियों को इस बोर्ड में शामिल किया है। राजीव रंजन वर्मा और मनमोहन सिंह भारतीय पुलिस सेवा से सेवानिवृत्त दो सदस्य हैं। बी वेंकटेश वर्मा सात सदस्यीय बोर्ड में सेवानिवृत्त आईएफएस हैं।
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बोर्ड का काम?
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बोर्ड एक मल्टीडिसिप्लिनरी बॉडी है। जिसमें प्रतिष्ठित लोग शामिल होते हैं। इसका मुख्य कार्य राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद को दीर्घकालिक विश्लेषण प्रदान करना तथा उनकी ओर से उठाए गए मुद्दों के लिए समाधान और उससे जुड़े हुए अलग-अलग प्लान की सिफारिश करना है।
2018 के बाद राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बोर्ड में बदलाव किया गया है। बोर्ड में सैन्य, आईपीएस और आईएफएस पृष्ठभूमि से 7 सदस्यों को शामिल किया है। एनएसएबी सुरक्षा विश्लेषण और सिफारिशें प्रदान करता है। पहलगाम आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान के साथ चल रहे तनाव के बीच, केंद्र ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बोर्ड (एनएसएबी) में बदलाव किया है, जिसे काफी अहम माना जा रहा है।