लुधियाना में शिवराज सिंह ने किया भारतीय मक्का अनुसंधान संस्थान के भवन का लोकार्पण
लुधियाना (पंजाब)/नई दिल्ली, 14 अक्टूबर 2025 -केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण और ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज लुधियाना स्थित भारतीय मक्का अनुसंधान संस्थान (IIMR) के प्रशासनिक-सह-प्रयोगशाला भवन का लोकार्पण किया। कार्यक्रम की थीम “मक्का से समृद्धि की ओर” रही। इस अवसर पर उन्होंने मक्का उत्पादक किसानों, महिला स्वयं सहायता समूहों की दीदियों और ग्रामीण विकास योजनाओं के लाभार्थियों से संवाद किया। कार्यक्रम में केंद्रीय राज्य मंत्री भागीरथ चौधरी, रवनीत सिंह बिट्टू, पंजाब के कृषि मंत्री गुरमीत सिंह खुडियां सहित कई जनप्रतिनिधि, वैज्ञानिक, अधिकारी और किसान उपस्थित रहे।
शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मक्का उत्पादन बढ़ाने के लिए सरकार कोई कसर नहीं छोड़ेगी। उन्होंने बताया कि देश में मक्के की नई, उन्नत और उच्च उत्पादक किस्में विकसित की जा रही हैं ताकि भारत विश्व स्तर पर मक्का उत्पादन में अग्रणी बने। उन्होंने कहा कि धान का विकल्प मक्का है, जिससे पानी की बचत होगी और किसानों को अधिक लाभ मिलेगा।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश खाद्यान्न उत्पादन में आत्मनिर्भर बना है, लेकिन अब कृषि में विविधता लाने की आवश्यकता है। मक्का, गेहूं और धान के बाद तीसरी सबसे बड़ी फसल है और इसका उपयोग भोजन के अलावा कई औद्योगिक क्षेत्रों में भी होता है।
उन्होंने कहा कि मक्का अनुसंधान संस्थान देश में कृषि नवाचार का केंद्र बनकर किसानों की आय बढ़ाने में अहम भूमिका निभा रहा है।
शिवराज सिंह चौहान ने बताया कि केंद्र सरकार पंजाब में बाढ़ से प्रभावित किसानों की मदद के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है। फसलों के नुकसान की भरपाई के लिए 74 करोड़ रुपये की राशि जारी की गई है, जिससे किसानों को गेहूं के बीज मुफ्त उपलब्ध कराए जाएंगे। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के तहत पंजाब के 11.09 लाख किसानों के खातों में 222 करोड़ रुपये एडवांस जमा कराए जा चुके हैं। बागवानी क्षेत्र में हुए नुकसान की भरपाई के लिए एमआईडीएच योजना से भी सहायता दी जाएगी।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि पंजाब में बाढ़ से क्षतिग्रस्त 36,703 घरों के पुनर्निर्माण के लिए प्रति परिवार 1.60 लाख रुपये स्वीकृत किए गए हैं, जिनमें 1.20 लाख रुपये मकान निर्माण के लिए और 40 हजार रुपये मजदूरी व शौचालय निर्माण के लिए दिए जाएंगे। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पंजाब को बाढ़ से हुए नुकसान की भरपाई के लिए 1600 करोड़ रुपये का पैकेज स्वीकृत किया है ताकि प्रभावित परिवारों का जीवन पटरी पर लौट सके।
शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि हमें राजनीति नहीं, बल्कि लोगों की सेवा करनी है। उन्होंने अपील की कि लोग स्वदेशी वस्तुओं का उपयोग करें ताकि देश की अर्थव्यवस्था मजबूत हो और स्थानीय कारीगरों को प्रोत्साहन मिले।
केंद्रीय मंत्री ने पंजाब के योगदान को नमन करते हुए कहा कि यह धरती हमेशा देश की सुरक्षा और अन्न की आपूर्ति में अग्रणी रही है। उन्होंने कहा कि जब देश खाद्यान्न संकट से जूझ रहा था, तब पंजाब के किसानों ने देश के भंडार भर दिए। कृषि भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ है, किसान उसकी आत्मा हैं और पंजाब देश की खेती के प्राण हैं।
