दिल्ली की रेखा सरकार भैयादूज पर महिलाओं को देगी तोहफा, पिंक टिकट की जगह होगा ‘सहेली स्मार्ट कार्ड’
- दिल्ली राजनीति राष्ट्रीय
Political Trust
- September 14, 2025
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नई दिल्ली। दिल्ली सरकार भैयादूज पर महिलाओं और 12 वर्ष से अधिक आयु के ट्रांसजेंडर को पिंक कार्ड के जरिए डीटीसी और क्लस्टर बसों में मुफ्त यात्रा का तोहफा देगी। जिसका ऑनलाइन पंजीकरण अक्टूबर से शुरू होगा।
भाजपा सरकार दिल्ली की महिलाओं को भैयादूज के मौके पर बड़ा तोहफा देगी। अक्तूबर से महिलाओं के लिए मुफ्त बस यात्रा के पिंक कार्ड का पंजीकरण शुरू होने की संभावना है। यह कार्ड आजीवन मान्य होगा और इसके जरिये महिलाएं किसी भी समय दिल्ली परिवहन निगम (डीटीसी) और क्लस्टर बसों में फ्री यात्रा कर सकेंगी।
सरकारी सूत्रों के मुताबिक, पिंक कार्ड योजना पुराने कागजी टिकट सिस्टम की जगह लेगी। सहेली स्मार्ट कार्ड के रूप में एक स्थायी और व्यक्तिगत ट्रैवल पास जारी किया जाएगा जिसमें लाभार्थी का नाम और फोटो अंकित रहेगा। इस कार्ड के जरिये महिलाएं और 12 वर्ष से अधिक आयु के ट्रांसजेंडर भी आसानी से यात्रा कर पाएंगे।
योजना के तहत पंजीकरण पूरी तरह ऑनलाइन होगा। इसके लिए आवेदक को दिल्ली का निवासी होना अनिवार्य है। डीटीसी पोर्टल पर आवेदन कर इच्छुक महिला को किसी सहभागी बैंक का चयन करना होगा जहां पूर्ण केवाईसी प्रक्रिया पूरी करने के बाद कार्ड उनके पते पर भेजा जाएगा। आवश्यक दस्तावेज में आधार व पैन कार्ड, दिल्ली में निवास प्रमाण, पासपोर्ट साइज फोटो आदि शामिल हैं। यह स्मार्ट कार्ड नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड (एनसीएमसी) ढांचे के अंतर्गत जारी होगा।
अन्य यातायात साधनों में भी होगा इस्तेमाल
डीटीसी की स्वचालित किराया वसूली प्रणाली (एएफसीएस) से कार्ड सक्रिय होने के बाद ही इसका इस्तेमाल संभव होगा। हालांकि, टॉप-अप के जरिये यह कार्ड अन्य यातायात साधनों पर भी इस्तेमाल किया जा सकेगा लेकिन फ्री यात्रा की सुविधा केवल डीटीसी और क्लस्टर बसों तक ही सीमित रहेगी।
सरकार का कहना है कि यह पहल महिलाओं और ट्रांसजेंडर को सुरक्षित, सुलभ और कागज रहित परिवहन उपलब्ध कराएगी। हालांकि सरकार लाभार्थियों से किसी प्रकार का शुल्क नहीं लेगी लेकिन इसे जारी करने वाले बैंक अपने नियमों के अनुसार नाममात्र शुल्क ले सकते हैं। कार्ड खोने की स्थिति में ग्राहक को संबंधित बैंक को सूचित करना होगा जिसके बाद शर्तों के मुताबिक नया कार्ड जारी किया जाएगा।
सरकारी सूत्रों के मुताबिक, पिंक कार्ड योजना पुराने कागजी टिकट सिस्टम की जगह लेगी। सहेली स्मार्ट कार्ड के रूप में एक स्थायी और व्यक्तिगत ट्रैवल पास जारी किया जाएगा जिसमें लाभार्थी का नाम और फोटो अंकित रहेगा। इस कार्ड के जरिये महिलाएं और 12 वर्ष से अधिक आयु के ट्रांसजेंडर भी आसानी से यात्रा कर पाएंगे।
योजना के तहत पंजीकरण पूरी तरह ऑनलाइन होगा। इसके लिए आवेदक को दिल्ली का निवासी होना अनिवार्य है। डीटीसी पोर्टल पर आवेदन कर इच्छुक महिला को किसी सहभागी बैंक का चयन करना होगा जहां पूर्ण केवाईसी प्रक्रिया पूरी करने के बाद कार्ड उनके पते पर भेजा जाएगा। आवश्यक दस्तावेज में आधार व पैन कार्ड, दिल्ली में निवास प्रमाण, पासपोर्ट साइज फोटो आदि शामिल हैं। यह स्मार्ट कार्ड नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड (एनसीएमसी) ढांचे के अंतर्गत जारी होगा।
अन्य यातायात साधनों में भी होगा इस्तेमाल
डीटीसी की स्वचालित किराया वसूली प्रणाली (एएफसीएस) से कार्ड सक्रिय होने के बाद ही इसका इस्तेमाल संभव होगा। हालांकि, टॉप-अप के जरिये यह कार्ड अन्य यातायात साधनों पर भी इस्तेमाल किया जा सकेगा लेकिन फ्री यात्रा की सुविधा केवल डीटीसी और क्लस्टर बसों तक ही सीमित रहेगी।
सरकार का कहना है कि यह पहल महिलाओं और ट्रांसजेंडर को सुरक्षित, सुलभ और कागज रहित परिवहन उपलब्ध कराएगी। हालांकि सरकार लाभार्थियों से किसी प्रकार का शुल्क नहीं लेगी लेकिन इसे जारी करने वाले बैंक अपने नियमों के अनुसार नाममात्र शुल्क ले सकते हैं। कार्ड खोने की स्थिति में ग्राहक को संबंधित बैंक को सूचित करना होगा जिसके बाद शर्तों के मुताबिक नया कार्ड जारी किया जाएगा।