अमेरिकी स्कूल में गोलीबारी, दो मासूम बच्चों की मौत 20 घायल
- राष्ट्रीय विदेश
Political Trust
- August 28, 2025
- 0
- 58
- 1 minute read

वाशिंगटन। अमेरिका के मिनियापोलिस में एक कैथोलिक चर्च में बुधवार को प्रार्थना के दौरान गोलीबारी हुई। जिसमें दो मासूम बच्चों की मौत और 20 लोग घायल हो गए। घटना से मिनियापोलिस में चारों ओर मातम का माहौल है। इस हमले के बाद 20 वर्षीय हमलावर रॉबिन वेस्टमैन ने खुद को भी गोली मार लिया। एफबीआई ने इसे आतंक और घृणा से जुड़ा अपराध बताया है।
चर्च की खिड़कियों के रास्ते राइफल से गोलियां चलाईं
अमेरिका के मिनियापोलिस शहर में एक कैथोलिक चर्च में हुई गोलीबारी की घटना के चलते लोगों में डर का माहौल है। ये घटना उस समय हुआ जब बच्चे स्कूल की प्रार्थना में शामिल थे। हमलावर ने चर्च की खिड़कियों के रास्ते राइफल से गोलियां चलाईं, जिसमें दो बच्चों (8 और 10 साल) की मौत हो गई और 17 लोग घायल हो गए। पुलिस का कहना है कि हमलावर ने बाद में खुद को गोली मार ली। ऐसे में अब इस घटना की जांच तेज हो गई है। एफबीआई निदेशक काश पटेल ने मामले में कहा कि इस घटना को आतंकवादी हमले और कैथोलिक समुदाय के खिलाफ नफरत के अपराध के रूप में जांचा जा रहा है।
20 साल का था हमलावर
मिनियापोलिस पुलिस प्रमुख ब्रायन ओहारा के ताजा बयान के अनुसार अकेले हमला करने वाला हमलावर जो 20 साल की उम्र का था उसके ऊपर कोई बड़ा आपराधिक रिकॉर्ड नहीं था। उसका नाम रॉबिन वेस्टमैन बताया गया है। हमलावर ने चर्च के कुछ दरवाजों को लकड़ी से बंद किया था और वहां एक धुआं बम भी मिला, लेकिन कोई विस्फोटक नहीं।
डर के मारे प्यू (बेंच) के नीचे छिप गया
बता दें कि हमले के दौरान बच्चे एक बच्चे का अनोखा हौसला भी देखने को मिला। पांचवीं कक्षा के छात्र वेस्टन हाल्सने ने बताया कि वह डर के मारे प्यू (बेंच) के नीचे छिप गया और उसका दोस्त उसे बचाने के लिए उस पर लेट गया। उसका दोस्त घायल हो गया, लेकिन अब ठीक है। वेस्टन ने कहा कि वह घायल बच्चों और बड़ों के लिए प्रार्थना कर रहा है।
अमेरिका के मिनियापोलिस शहर में एक कैथोलिक चर्च में हुई गोलीबारी की घटना के चलते लोगों में डर का माहौल है। ये घटना उस समय हुआ जब बच्चे स्कूल की प्रार्थना में शामिल थे। हमलावर ने चर्च की खिड़कियों के रास्ते राइफल से गोलियां चलाईं, जिसमें दो बच्चों (8 और 10 साल) की मौत हो गई और 17 लोग घायल हो गए। पुलिस का कहना है कि हमलावर ने बाद में खुद को गोली मार ली। ऐसे में अब इस घटना की जांच तेज हो गई है। एफबीआई निदेशक काश पटेल ने मामले में कहा कि इस घटना को आतंकवादी हमले और कैथोलिक समुदाय के खिलाफ नफरत के अपराध के रूप में जांचा जा रहा है।
20 साल का था हमलावर
मिनियापोलिस पुलिस प्रमुख ब्रायन ओहारा के ताजा बयान के अनुसार अकेले हमला करने वाला हमलावर जो 20 साल की उम्र का था उसके ऊपर कोई बड़ा आपराधिक रिकॉर्ड नहीं था। उसका नाम रॉबिन वेस्टमैन बताया गया है। हमलावर ने चर्च के कुछ दरवाजों को लकड़ी से बंद किया था और वहां एक धुआं बम भी मिला, लेकिन कोई विस्फोटक नहीं।
डर के मारे प्यू (बेंच) के नीचे छिप गया
बता दें कि हमले के दौरान बच्चे एक बच्चे का अनोखा हौसला भी देखने को मिला। पांचवीं कक्षा के छात्र वेस्टन हाल्सने ने बताया कि वह डर के मारे प्यू (बेंच) के नीचे छिप गया और उसका दोस्त उसे बचाने के लिए उस पर लेट गया। उसका दोस्त घायल हो गया, लेकिन अब ठीक है। वेस्टन ने कहा कि वह घायल बच्चों और बड़ों के लिए प्रार्थना कर रहा है।