पति भागा विदेश, दरोगा ससुर ने घर से निकाला, अंतराष्ट्रीय महिला पहलवान का हुआ ये हाल
- दिल्ली राष्ट्रीय
Political Trust
- August 23, 2025
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नई दिल्ली। अंतराष्ट्रीय महिला पहलवान जिसने देश के लिए कई पदक जीते। विदेशों में देश का नाम रोशन किया। आज वहीं महिला पहलवान अपने ससुरालियों के आगे हार गई है। महिला पहलवान राखी ने अपने ससुराल वालों पर बिना किसी कारण के उन्हें घर से निकालने का आरोप लगाया है। गाजियाबाद जिला मुख्यालय पर उनके धरने और अनशन को देखते हुए स्थानीय लोग और संगठन उनके समर्थन में जुट रहे हैं।
महिला पहलवान राखी ने अपने और लाखों महिलाओं के लिए न्याय की मांग को लेकर आज से गाजियाबाद जिला मुख्यालय पर अनिश्चितकालीन धरना और आमरण अनशन शुरू किया है। राखी ने अपने ससुराल वालों पर बिना किसी कारण के उन्हें घर से निकालने और उनके सम्मान व मेहनत का अपमान करने का गंभीर आरोप लगाया है। उन्होंने यह भी बताया कि पुलिस और प्रशासन ने उनकी मदद करने के बजाय उन्हें और उनके बुजुर्ग माता-पिता को धमकियां दी हैं।
राखी पहलवान ने घोषणा की है कि जब तक उन्हें और उनके जैसी अन्य महिलाओं को पूर्ण न्याय नहीं मिलता, वे अनिश्चितकालीन धरना और आमरण अनशन जारी रखेंगी। उन्होंने कहा, “यह अनशन मेरे लिए नहीं, बल्कि उन तमाम बहन-बेटियों के लिए है जो अपने हक के लिए लड़ रही हैं।” उन्होंने समाज से अपील की है कि वे उनके साथ खड़े हों और अन्याय के खिलाफ आवाज उठाएं। राखी ने कहा, “हमारी ताकत हमारी एकता में है। मेरे साथ खड़े हों, ताकि हम एक ऐसा समाज बना सकें जहां हर महिला को सम्मान, सुरक्षा और समानता मिले।”
राखी ने बताया कि उनकी शादी 9 जुलाई 2024 को गाजियाबाद के अवंतिका कॉलोनी निवासी भुवनेश कुमार से हुई थी। शुरू में सब ठीक था, लेकिन कुछ समय बाद ससुराल वालों का व्यवहार बदल गया। उनके पति, जो मुंबई में नौकरी करते हैं, ने उन्हें धोखा देकर विदेश चले गए और उनके नंबर ब्लॉक कर दिए। ससुर, जो उत्तर प्रदेश पुलिस में दारोगा हैं, ने भी उनके साथ बुरा व्यवहार किया। राखी का कहना है कि ससुराल वालों ने उन्हें तलाक के लिए दबाव बनाया, लेकिन वे तलाक नहीं चाहतीं, बल्कि अपने ससुराल में सम्मान के साथ स्वीकार किया जाना चाहती हैं।
राखी के इस आंदोलन को कई संगठनों और सामाजिक कार्यकर्ताओं का समर्थन मिल रहा है। गाजियाबाद जिला मुख्यालय पर उनके धरने और अनशन को देखते हुए स्थानीय लोग और संगठन उनके समर्थन में जुट रहे हैं। सोशल मीडिया पर भी उनकी मांगों को लेकर चर्चा तेज हो गई है। अब तक प्रशासन और पुलिस की ओर से इस मामले में कोई ठोस कार्रवाई की जानकारी सामने नहीं आई है। राखी ने चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांगें पूरी नहीं हुईं, तो वे अपने अनशन को और तेज करेंगी।
राखी पहलवान ने घोषणा की है कि जब तक उन्हें और उनके जैसी अन्य महिलाओं को पूर्ण न्याय नहीं मिलता, वे अनिश्चितकालीन धरना और आमरण अनशन जारी रखेंगी। उन्होंने कहा, “यह अनशन मेरे लिए नहीं, बल्कि उन तमाम बहन-बेटियों के लिए है जो अपने हक के लिए लड़ रही हैं।” उन्होंने समाज से अपील की है कि वे उनके साथ खड़े हों और अन्याय के खिलाफ आवाज उठाएं। राखी ने कहा, “हमारी ताकत हमारी एकता में है। मेरे साथ खड़े हों, ताकि हम एक ऐसा समाज बना सकें जहां हर महिला को सम्मान, सुरक्षा और समानता मिले।”
राखी ने बताया कि उनकी शादी 9 जुलाई 2024 को गाजियाबाद के अवंतिका कॉलोनी निवासी भुवनेश कुमार से हुई थी। शुरू में सब ठीक था, लेकिन कुछ समय बाद ससुराल वालों का व्यवहार बदल गया। उनके पति, जो मुंबई में नौकरी करते हैं, ने उन्हें धोखा देकर विदेश चले गए और उनके नंबर ब्लॉक कर दिए। ससुर, जो उत्तर प्रदेश पुलिस में दारोगा हैं, ने भी उनके साथ बुरा व्यवहार किया। राखी का कहना है कि ससुराल वालों ने उन्हें तलाक के लिए दबाव बनाया, लेकिन वे तलाक नहीं चाहतीं, बल्कि अपने ससुराल में सम्मान के साथ स्वीकार किया जाना चाहती हैं।
राखी के इस आंदोलन को कई संगठनों और सामाजिक कार्यकर्ताओं का समर्थन मिल रहा है। गाजियाबाद जिला मुख्यालय पर उनके धरने और अनशन को देखते हुए स्थानीय लोग और संगठन उनके समर्थन में जुट रहे हैं। सोशल मीडिया पर भी उनकी मांगों को लेकर चर्चा तेज हो गई है। अब तक प्रशासन और पुलिस की ओर से इस मामले में कोई ठोस कार्रवाई की जानकारी सामने नहीं आई है। राखी ने चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांगें पूरी नहीं हुईं, तो वे अपने अनशन को और तेज करेंगी।
