भाजपा की सहयोगी टिपरा मोथा ने की त्रिपुरा से अवैध प्रवासियों को भेजने की मांग

 भाजपा की सहयोगी टिपरा मोथा ने की त्रिपुरा से अवैध प्रवासियों को भेजने की मांग
नई दिल्ली। त्रिपुरा में भाजपा की सहयोगी पार्टी टिपरा मोथा पार्टी (टीएमपी) ने त्रिपुरा में अवैध रुप से रह रहे बांग्लादेशी  प्रवासियों को वापस भेजने की मांग की है। इसके लिए टीएमपी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हस्तक्षेप करने को कहा है। टीएमपी के वरिष्ठ नेता एवं वन मंत्री अनिमेष देबबर्मा ने बताया कि केंद्रीय गृह मंत्रालय के निर्देशों के बाद गुजरात, असम और मेघालय जैसे राज्यों ने त्वरित कार्रवाई की गई है। अवैध प्रवासियों को हिरासत में लिया गया। उनको विभिन्न सीमावर्ती क्षेत्रों में भेजा गया और उनके मूल देश वापस भेज दिया गया। त्रिपुरा में भी ऐसा होना चाहिए।
नेता देबबर्मा के नेतृत्व में टीएमपी के 15 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल एन इंद्रसेन रेड्डी से मुलाकात की और प्रधानमंत्री के हस्तक्षेप की मांग करते हुए एक ज्ञापन सौंपा। देबबर्मा ने कहा कि टीएमपी ने प्रधानमंत्री से राज्य में एक टास्क फोर्स भेजने का आग्रह किया है। उन्होंने कहा कि हमने अवैध प्रवासियों का पता लगाने, उन्हें हिरासत में लेने और वापस भेजने के लिए असम राइफल्स, सीआरपीएफ और राज्य पुलिस को शामिल करते हुए एक तंत्र स्थापित करने का भी आग्रह किया। देबबर्मा ने कहा कि सरकारी रिकॉर्ड के अनुसार राज्य ने 1971 के बांग्लादेश मुक्ति युद्ध के दौरान विभिन्न कारणों से बांग्लादेश से पलायन करने वाले 6,09,000 लोगों को स्वीकार किया था। अवैध प्रवासियों की पहचान के लिए 24 मार्च, 1971 की कट-ऑफ तिथि के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए गए थे। अवैध प्रवासियों का पता लगाने और उन्हें वापस भेजने के लिए त्रिपुरा पुलिस ने एक मोबाइल टास्क फोर्स (एमटीएफ) का गठन किया गया था, लेकिन समस्या जस की तस बनी हुई है।