पाक गृह मंत्रालय की मंजूरी पर ज्योति ने हासिल किया था विशेष वीजा, पाकिस्तानी जासूस का एक और सनसनीखेज खुलासा
- दिल्ली राष्ट्रीय
Political Trust
- May 27, 2025
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Political trust-दिल्ली। पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार यूटयूबर ज्योति मल्होत्रा ने विशेष वीजा हासिल किया था। ये विशेष वीजा की मंजूरी आईएसआई और पाकिस्तानी गृह मंत्रालय की ओर से दी गई थी। ज्योति मल्होत्रा ने जानबूझकर आईएसआई का साथ दिया, जिससे कि उसे विशेष सुविधाएं और वीआईपी ट्रीटमेंट मिले। फॉलोअर्स और व्यूज बढ़ाने के लिए पाकिस्तान की पॉजिटिव छवि बनाने में जुटी थी।
ज्योति मल्होत्रा ने पहली बार पाकिस्तान यात्रा के बाद विशेष वीजा हासिल किया था। जिसे आईएसआई और पाक गृह मंत्रालय की मंजूरी मिली थी।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक ज्योति मल्होत्रा को पता था कि वह आईएसआई के हाथों में खेल रही है। इसके बावजूद फॉलोअर्स व व्यूज बढ़ाने के लिए पाकिस्तान की पॉजिटिव छवि बनाने और भारत में पाकिस्तान विरोधी नैरेटिव बदलने के लिए वीडियो बनाती रही।
ज्योति के गैजेट्स की फॉरेंसिक रिपोर्ट के मुताबिक ज्योति चार पाकिस्तानी खुफिया अधिकारियों के संपर्क में थी। ज्योति को इनके बारे में पूरी जानकारी थी। डिजिटल सबूतों से यह स्पष्ट हुआ कि ज्योति किसी ग्रुप चैट में नहीं, बल्कि केवल वन-ऑन-वन बातचीत में शामिल थी।
डिजिटल फॉरेंसिक जांच में पता चला है कि वह पाकिस्तानी की खुफिया एजेंसी आईएसआई की छवि बनाने वाली योजना में एसेट थी। ज्योति की दानिश से नजदीकी थी। हालांकि पुलिस को बेहद संवेदनशील जानकारी के लीक होने के सबूत नहीं मिले हैं। पुलिस ज्योति को मिलने वाले फंड के स्रोतों की भी जांच कर रही है।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक ज्योति मल्होत्रा को पता था कि वह आईएसआई के हाथों में खेल रही है। इसके बावजूद फॉलोअर्स व व्यूज बढ़ाने के लिए पाकिस्तान की पॉजिटिव छवि बनाने और भारत में पाकिस्तान विरोधी नैरेटिव बदलने के लिए वीडियो बनाती रही।
ज्योति के गैजेट्स की फॉरेंसिक रिपोर्ट के मुताबिक ज्योति चार पाकिस्तानी खुफिया अधिकारियों के संपर्क में थी। ज्योति को इनके बारे में पूरी जानकारी थी। डिजिटल सबूतों से यह स्पष्ट हुआ कि ज्योति किसी ग्रुप चैट में नहीं, बल्कि केवल वन-ऑन-वन बातचीत में शामिल थी।
डिजिटल फॉरेंसिक जांच में पता चला है कि वह पाकिस्तानी की खुफिया एजेंसी आईएसआई की छवि बनाने वाली योजना में एसेट थी। ज्योति की दानिश से नजदीकी थी। हालांकि पुलिस को बेहद संवेदनशील जानकारी के लीक होने के सबूत नहीं मिले हैं। पुलिस ज्योति को मिलने वाले फंड के स्रोतों की भी जांच कर रही है।