दाहोद बना भारत की नई ताकत: दुनिया को मिलेगा मेड इन इंडिया D-9 इंजन
दाहोद की पवित्र भूमि अब देश की तकनीकी क्रांति का प्रतीक बन गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन के तहत, दाहोद में निर्मित हो रहा है एक ऐसा आधुनिक इंजन, जो न केवल भारत के रेलवे नेटवर्क को नई गति देगा, बल्कि पूरी दुनिया में ‘मेड इन दाहोद’ की छाप छोड़ेगा।
इस इंजन की ताकत 9000 हॉर्स पावर है और इसे ‘D-9’ नाम दिया गया है — जिसमें ‘D’ दाहोद के लिए और ‘9’ इसकी हॉर्स पावर को दर्शाता है। यह इंजन केवल एक रेल इंजन नहीं बल्कि चलता-फिरता कंप्यूटर और डेटा सेंटर है। इसमें न तो शोर है, न ही वाइब्रेशन। ड्राइवर के लिए एसी केबिन है और साथ में टॉयलेट की भी सुविधा उपलब्ध है।
सबसे खास बात यह है कि यह इंजन चलने के दौरान ऊपर तार से बिजली लेता है, लेकिन जब ब्रेक लगता है तो यह जनरेटर बनकर वापस तार को बिजली लौटाता है। यह आधुनिक तकनीक की मिसाल है।
दाहोद में बना यह इंजन हाई क्वालिटी का है और इसकी लागत कम है — जो कि गुजरात की पहचान भी है: दाम कम, क्वालिटी ज़्यादा। यही वजह है कि इस इंजन को वैश्विक बाजार में भी एक्सपोर्ट किया जाएगा।
दाहोद का D-9 इंजन भारत की तकनीकी शक्ति और आत्मनिर्भरता की ओर एक और बड़ा कदम है।
