पाकिस्तान के लिए जासूसी करती पकड़ी गई यूटयूबर ज्योति, सामने आए 5 गद्दारों के नाम

 पाकिस्तान के लिए जासूसी करती पकड़ी गई यूटयूबर ज्योति, सामने आए 5 गद्दारों के नाम
चंडीगढ़। ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत में पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई से जुड़े जासूसों के खिलाफ सुरक्षा एजेंसियों की कार्रवाई तेज हो गई है। पंजाब और हरियाणा पुलिस ने मिलकर कई संदिग्धों को गिरफ्तार किया है। जिनमें हिसार की यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा का नाम प्रमुख है। ज्योति की गिरफ्तारी पंजाब के मलेरकोटला से पकड़ी गई गजाला की पूछताछ के बाद हुई। जिसमें कई जासूसों के नाम सामने आए। सभी गद्दारों की कुंडली खुल गई है। जासूसी के आरोप में गिरफ्तार ज्योति मल्होत्रा को कोर्ट में पेश किया। साथ ही पांच दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा गया।
कोर्ट ने ज्योति मल्होत्रा को पांच दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा
ज्योति मल्होत्रा अपने ट्रैवल यूट्यूब चैनल के लिए जानी जाती हैं। वह पिछले दो साल में तीन बार पाकिस्तान, एक बार चीन, साथ ही यूएई, बांग्लादेश, भूटान और थाईलैंड की यात्रा कर चुकी हैं। दो साल पहले वह पाकिस्तानी उच्चायोग के अधिकारी दानिश के संपर्क में आई। पाकिस्तान यात्रा के दौरान उन्होंने वहां के खुफिया अधिकारियों और अन्य लोगों से मुलाकात की। भारत लौटने के बाद ज्योति ने सोशल मीडिया के जरिए संवेदनशील जानकारी साझा की और पाकिस्तान की सकारात्मक छवि पेश करने का काम किया।
पंजाब पुलिस ने मलेरकोटला से गजाला और उसके साथी यामीन मोहम्मद को गिरफ्तार किया। गजाला का काम दानिश से पैसे लेकर जासूसों तक पहुंचाना था। जबकि यामीन भी दानिश के संपर्क में था। पूछताछ में ज्योति समेत अन्य जासूसों के नाम उजागर हुए। हरियाणा के कैथल से देवेंद्र सिंह नामक युवक को भी गिरफ्तार किया गया। देवेंद्र 2024 में सिख जत्थे के साथ पाकिस्तान गया था, जहां वह आईएसआई के संपर्क में आया. उसे हनी ट्रैप में फंसाकर पटियाला कैंट की तस्वीरें और वीडियो साझा करने को कहा गया।
इसके अलावा, नूह से अरमान नामक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया, जो छह महीने पहले दानिश के संपर्क में आया था. उसे पैसे और सिम कार्ड दिए गए थे। उसने डिफेंस एक्सपो की तस्वीरें पाकिस्तान को भेजी थीं। अरमान भी अन्य जासूसों तक पैसे पहुंचाने का काम करता था। पुलिस अब इन सभी से गहन पूछताछ कर रही है ताकि जासूसी नेटवर्क का पूरी तरह पर्दाफाश हो सके। यह कार्रवाई भारत की सुरक्षा के लिए खतरा बने इस नेटवर्क को तोड़ने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।