दिल्ली मेट्रो में अगर पुरुष यात्री अगर भूलकर भी करेंगे ऐसी गलती तो लगेगा जुर्माना
- दिल्ली मनोरंजन राष्ट्रीय
Political Trust
- May 13, 2025
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नई दिल्ली। दिल्ली मेट्रो बिना जाम के कहीं भी बड़ी आसानी से कम समय में पहुंचा देती है। मेट्रो से बढ़िया विकल्प तो शायद ही कुछ और मिले दिल्ली में। एसी में बैठे-बैठे यात्री आसानी से एक जगह से दूसरी जगह पहुंच जाते हैं, लेकिन क्या आप ये जानते हैं कि पुरुष यात्री की एक छोटी सी गलती उन पर जुर्माना भी लगवा सकती है?
दरअसल, अगर आप पुरुष हैं और दिल्ली मेट्रो से यात्रा करना चाहते हैं तो जान लें कि आपको गलती से भी लेडीज कोच में नहीं जाना है। अगर आप उस कोच में यात्रा करते हुए पाए जाते हैं तो आपके ऊपर कार्रवाई होते हुए आप पर जुर्माना भी लगाया जा सकता है। इसलिए ये सुनिश्चित करें कि लेडीज कोच में यात्रा न करें।
अगर आप पहली बार दिल्ली मेट्रो में यात्रा कर रहे हैं और आपको नहीं पता कि लेडीज कोच कहां होता है, तो जान लें कि गाड़ी की गति की दिशा में पहला डिब्बा महिलाओं के लिए आरक्षित होता है। कोई भी पुरुष इस डिब्बे में यात्रा नहीं कर सकता।
अगर आपके मन में ये आ रहा है कि आखिर महिलाओं के लिए अलग से कोच क्यों आरक्षित किया गया? तो आपको जानना चाहिए कि महिलाओं से छेड़छाड़ और दुर्व्यवहार को रोकने के लिए महिलाओं को पहला डिब्बा आरक्षित किया गाय ताकि, महिलाएं बिना डरे अपना सफर पूरा कर सके और अपने गंतव्य तक पहुंचे सके।
कई मेट्रो स्टेशन ऐसे हैं जहां पर फ्लाइंग स्क्वायड (इस दस्ते में केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल यानी सीआईएसएफ, दिल्ली मेट्रो रेल पुलिस यानी डीएमआरपी और डीएमआरसी के कर्मी शामिल होते हैं) तैनात रहता है। ऐसे में अगर कोई पुरुष यात्री महिला कोच में यात्रा करते हुए पाया जाता है तो उस पर 250 रुपये का जुर्माना लगाया जा सकता है।
अगर आप पहली बार दिल्ली मेट्रो में यात्रा कर रहे हैं और आपको नहीं पता कि लेडीज कोच कहां होता है, तो जान लें कि गाड़ी की गति की दिशा में पहला डिब्बा महिलाओं के लिए आरक्षित होता है। कोई भी पुरुष इस डिब्बे में यात्रा नहीं कर सकता।
अगर आपके मन में ये आ रहा है कि आखिर महिलाओं के लिए अलग से कोच क्यों आरक्षित किया गया? तो आपको जानना चाहिए कि महिलाओं से छेड़छाड़ और दुर्व्यवहार को रोकने के लिए महिलाओं को पहला डिब्बा आरक्षित किया गाय ताकि, महिलाएं बिना डरे अपना सफर पूरा कर सके और अपने गंतव्य तक पहुंचे सके।
कई मेट्रो स्टेशन ऐसे हैं जहां पर फ्लाइंग स्क्वायड (इस दस्ते में केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल यानी सीआईएसएफ, दिल्ली मेट्रो रेल पुलिस यानी डीएमआरपी और डीएमआरसी के कर्मी शामिल होते हैं) तैनात रहता है। ऐसे में अगर कोई पुरुष यात्री महिला कोच में यात्रा करते हुए पाया जाता है तो उस पर 250 रुपये का जुर्माना लगाया जा सकता है।