पाकिस्तानी साइबर अटैक से बचने को स्टॉक एक्सचेंज और बैंकों ने अपने सुरक्षा नेटवर्क को किया मजबूत

 पाकिस्तानी साइबर अटैक से बचने को स्टॉक एक्सचेंज और बैंकों ने अपने सुरक्षा नेटवर्क को किया मजबूत
नई दिल्ली। पाकिस्तान के आतंकवादी कैम्पों पर भारत की ओर से की गई कार्रवाई के बाद हर तरफ सतर्कता बरती जा रही है। दुश्मन कोई भी कदम उठा कर भारत को नुकसान पहुंचा सकता है। इसी को देखते हुए भारत के स्टॉक एक्सचेंज BSE-NSE से लेकर बैंकों ने किसी भी साइबर अटैक से बचने के लिए अपने सुरक्षा नेटवर्क को मजबूत किया है। बैंकों ने सीमावर्ती क्षेत्रों के पास की शाखाओं में सुरक्षा भी बढ़ा दी है। पंजाब नेशनल बैंक के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) अशोक चंद्रा ने कहा कि हमने साइबर सुरक्षा तंत्र को मजबूत किया है। हमने किसी भी साइबर हमले को रोकने के लिए 24 घंटे का ‘वॉर रूम’ बनाया है। हम किसी भी स्थिति के लिए तैयार हैं।
एक अन्य सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि साइबर हमले की किसी भी आशंका का सामना करने के लिए एक साइबर हमला रोधी प्रणाली लागू की गई है। अधिकारी ने कहा कि सीमावर्ती क्षेत्रों में एटीएम में पैसे भरे गए हैं, ताकि ग्राहकों को किसी भी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े।
आतंकवादियों पर भारत के हमले के बाद बीएसई और एनएसई ने अंतरराष्ट्रीय उपयोगकर्ताओं की अपनी वेबसाइट तक पहुंच को रोक कर एहतियाती कदम उठाया है। बीएसई के एक प्रवक्ता ने फैसले के बारे में विस्तृत से जानकारी देते हुए हुए कहा कि बीएसई, ‘क्रिटिकल मार्केट इन्फ्रास्ट्रक्चर इंस्टिट्यूशन’ (एमआईआई) होने के नाते संभावित साइबर खतरों के लिए घरेलू तथा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जोखिमों की लगातार निगरानी करता है। उन्होंने कहा कि साइबर उपयोगकर्ताओं की ऐसी निगरानी के आधार पर एहतियाती तथा सुरक्षात्मक उपाय के तौर पर वेबसाइट और ‘लोकेशन’ को उपयोगकर्ताओं तथा प्रणालियों की सुरक्षा के लिए अवरुद्ध किया जाता है। निगरानी गतिशील है और प्रत्येक मामले के आधार पर पहुंच को बहाल किया जाता है। यह खतरे के आकलन के अधीन है।