गगनयान मिशन 2027 में लॉन्च होगा, इसरो प्रमुख बोले- पहले अंतरिक्ष में जाएंगे व्योममित्र

 गगनयान मिशन 2027 में लॉन्च होगा, इसरो प्रमुख बोले- पहले अंतरिक्ष में जाएंगे व्योममित्र
नई दिल्ली। देश का पहला मानव अंतरिक्ष मिशन ‘गगनयान’ 2027 में लॉन्च होगा। जिसमें इंसानों को पृथ्वी से 400 किमी ऊपर भेजा जाएगा। इसरो प्रमुख ने बताया कि 90 प्रतिशत तकनीकी काम पूरा हो गया है। लेकिन उससे पहले ‘व्योममित्र’ रोबोट के साथ मानवरहित मिशन पर अंतरिक्ष पर भेजा जाएगा। भारत का पहला मानव अंतरिक्ष मिशन ‘गगनयान’ पहले 2022 में तय था। लेकिन अब इसमें अब करीब पांच साल की देरी हुई है। इस जटिल मिशन को शुरू करने के लिए कई तकनीकी चुनौतियां सामने थीं। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के प्रमुख वी. नारायणन ने बताया कि इस साल के अंत तक पहला मानव रहित मिशन लॉन्च किया जाएगा। इसके बाद 2026 में दो और मानव रहित मिशन किए जाएंगे।
इसरो प्रमुख ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में घोषणा करते हुए बताया कि पहला मानव मिशन अब 2027 की पहली तिमाही में होगा। उन्होंने कहा कि इसरो अंतरिक्ष यात्रियों को पृथ्वी की निचली कक्षा में भेजने से पहले मानवरहित मिशन के हिस्से के रूप में एक अर्ध-मानव रोबोट व्योममित्र अंतरिक्ष में भेजा जाएगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2018 में स्वतंत्रता दिवस के मौके पर अपने संबोधन में गगनयान मिशन की घोषणा की थी। उन्होंने भारत की पहली मानव अंतरिक्ष उड़ान के लिए 2022 का लक्ष्य तय किया था। लेकिन कोरोना महामारी ने अंतरिक्ष यात्रियों के प्रशिक्षण में बाधा डाली। मिशन से जुड़ी तकनीकों को तैयार करने में भी अधिक समय लग रहा है।
गगनयान मिशन में अंतरिक्ष यात्रियों को पृथ्वी से 400 किलोमीटर ऊपर भेजा जाएगा और कुछ दिनों बाद उन्हें सुरक्षित वापस लाया जाएगा। इसके लिए इसरो ने पर्यावरण नियंत्रण और जीवन समर्थन प्रणाली (ईसीएलएसएस) नाम की प्रणाली तैयार की है, जो अंतरिक्ष यान के अंदर का तापमान, हवा की गुणवत्ता, दबाव और नमी नियंत्रित करेगी। अंतरिक्ष यात्रियों की साफ-सफाई और रहने के माहौल को भी संभालेगी।