मुख्तार गैंग का शार्प शूटर था सिराज,मुन्ना बजरंगी से थे अच्छे रिश्ते

 मुख्तार गैंग का शार्प शूटर था सिराज,मुन्ना बजरंगी से थे अच्छे रिश्ते

लखनऊ। सहारनपुर में लखनऊ एसटीएफ के साथ हुई मुठभेड़ में एक लाख का इनामी बदमाश सिराज अहमद ढेर हो गया। उसका साथी मौके से भाग निकला। सिराज पूर्वांचल के कुख्यात माफिया डॉन मुख्तार अंसारी गैंग का शार्प शूटर था, जो मुन्ना बजरंगी का भी साथी था।

सुल्तानपुर के रहने वाला हिस्ट्रीशीटर सिराज का संबंध मुख्तार अंसारी के गिरोह से था। सिराह गिरोह का शार्प शूटर था। मुख्तार के करीबी मुन्ना बजरंगी से भी उसके अच्छे रिश्ते थे। जब मुन्ना बजरंगी सुल्तानपुर जेल में बंद था तो सिराज मिलने जाता था। कुछ बड़े नेताओं के साथ उसके फोटो व वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुए थे।

मुख्तार अंसारी का करीबी पूर्वांचल का शातिर अपराधी प्रेम प्रकाश सिंह उर्फ मुन्ना बजरंगी गाजीपुर विधायक कृष्णानंद राय हत्याकांड के मामले में मिर्जापुर जिला कारागार में बंद था। वहां से 10 अप्रैल 2013 को प्रशासनिक आधार पर उसे जिला कारागार, सुल्तानपुर में शिफ्ट किया गया था। उसके यहां की जेल में बंद होने के दौरान मुख्तार अंसारी से जुड़े धंधेबाज भी खूब फले-फूले थे।

रंगदारी, वसूली, टाॅवर पर कब्जेदारी, रेलवे, लोक निर्माण विभाग, हाईवे के टेंडर सुल्तानपुर जेल से मैनेज किए जाते थे। इसी वक्त जिले के कई अपराधियों की मुख्तार गैंग से नजदीकियां बढ़ गई थीं। 24 सितंबर 2015 को कड़ी सुरक्षा के बीच जिला जेल में निरुद्ध माफिया मुन्ना बजरंगी को झांसी जेल भेज दिया गया था।

मुन्ना बजरंगी से मिलने जेल में जाता था सिराज

हाजी मुन्ने हत्याकांड के आरोपी जलीस अहमद के माध्यम से सिराज अहमद भी मुन्ना बजरंगी से मिलने जेल में जाता था। पुलिस के मुताबिक, हिस्ट्रीशीटर सिराज भी मुख्तार अंसारी गैंग में शामिल था। उसके गैंग का नाम डी 68 था। उसे सिराज अहमद उर्फ जलीस-डी कहा जाता था।