सिडनी गोलीकांड का नायक जो हमलावर से निहत्थे भिड़ा

 सिडनी गोलीकांड का नायक जो हमलावर से निहत्थे भिड़ा

कैनबरा। सिडनी के बॉन्डी बीच पर हनुक्का कार्यक्रम के दौरान हुए गोलीकांड में फल दुकानदार अहमद अल अहमद ने अद्भुत साहस दिखाया। गोलीकांड के दौरान ही उसने बिना हथियार के हमलावर को काबू कर उसकी बंदूक छीन ली, हालांकि इस बीच उसे दो गोलियां भी लगीं।

ऑस्ट्रेलिया के सिडनी स्थित बॉन्डी बीच पर हुए भीषण गोलीकांड के बीच एक आम आदमी असाधारण साहस की मिसाल बनकर सामने आया है। हनुक्का पर्व के दौरान यहूदी कार्यक्रम को निशाना बनाकर किए गए इस हमले में जहां कम से कम 16 लोगों की मौत हो गई, वहीं फल की दुकान चलाने वाले अहमद अल अहमद ने अपनी जान की परवाह किए बिना एक हमलावर को काबू कर कई जिंदगियां बचा लीं। इस घटना के बाद अहमद को सिडनी का हीरो कहा जा रहा है।

43 वर्षीय अहमद अल अहमद सिडनी के सदरलैंड इलाके में फल की दुकान चलाते हैं। हमले के वक्त वे संयोग से बॉन्डी बीच के पास मौजूद थे। अचानक गोलियों की आवाज सुनकर जब लोग इधर-उधर भागने लगे, तब अहमद ने हालात को समझा और बिना किसी हथियार के सीधे हमलावर से भिड़ने का फैसला किया। इस दौरान उन्हें दो गोलियां लगीं, फिर भी उन्होंने पीछे हटने के बजाय हमलावर को दबोच लिया और उसका हथियार छीन लिया।

बिना हथियार हमलावर से किया सामना

प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, अहमद को हथियार चलाने का कोई अनुभव नहीं था। घटना का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें वे सफेद शर्ट पहने कारों के पीछे छिपते नजर आते हैं। गोलियों के बीच एक पल के सन्नाटे का फायदा उठाकर अहमद तेजी से आगे बढ़े और हमलावर को पीछे से पकड़कर हेडलॉक में ले लिया। करीब पांच सेकंड तक संघर्ष चला, जिसके बाद अहमद ने हमलावर के हाथ से शॉटगन छीन ली। इससे हमलावर संतुलन खो बैठा और पीछे हटने पर मजबूर हुआ।

अस्पताल में भर्ती, ऑपरेशन की तैयारी

अहमद के चचेरे भाई मुस्तफा ने बताया कि अहमद को दो गोलियां लगी हैं और वे अस्पताल में भर्ती हैं। रविवार रात उनकी सर्जरी होनी थी। परिवार को अभी भी पूरी जानकारी नहीं दी गई है, लेकिन डॉक्टरों की निगरानी में उनका इलाज चल रहा है। मुस्तफा ने कहा कि अहमद दो बच्चों के पिता हैं और उन्होंने जो किया, वह सौ फीसदी वीरता का काम है। परिवार को उम्मीद है कि वे जल्द ठीक होकर घर लौटेंगे।