पानी में डूबा वॉशिंगटन, 78 हजार लोगों को इलाका छोड़ने का आदेश
वॉशिंगटन। वॉशिंगटन में बारिश से भीषण बाढ़ आ गई है। 78 हजार लोगों को स्कैजिट नदी के फ्लडप्लेन से निकाला जा रहा है। कई हाईवे धंस गए, ट्रेनें रुकीं, हजारों घरों में बिजली गुल है। गवर्नर फर्ग्युसन ने चेतावनी दी कि आने वाले दिन ‘जानलेवा और ऐतिहासिक’ साबित हो सकते हैं।
वॉशिंगटन में हो रही मूसलाधार बारिश ने हालात बेहद खतरनाक बना दिए हैं। नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ गया है, कई जगह मिट्टी धंस गई, हाईवे बंद पड़ गए और हजारों लोग घरों में फंस गए हैं। इसी बीच राज्य के गवर्नर बॉब फर्ग्युसन ने चेतावनी दी है कि आने वाले दिन ‘लोगों की जान के लिए खतरा’ साबित हो सकते हैं। गवर्नर ने बताया कि इस समय जो बाढ़ का स्तर देखा जा रहा है, वह ‘ऐतिहासिक’ हो सकता है। उन्होंने पूरे राज्य में इमरजेंसी घोषित कर दी और कहा कि स्थिति ‘बेहद अनिश्चित’ है।
अमेरिका का वाशिंगटन राज्य देश के पश्चिमी तट पर है। स्कैजिट काउंटी, जो वॉशिंगटन का महत्वपूर्ण कृषि क्षेत्र है, वहां प्रशासन ने स्कैजिट नदी के पूरे फ्लडप्लेन को खाली कराने का आदेश दिया है। यहां लगभग 78
हजार लोग रहते हैं। अधिकारियों का कहना है कि यदि नदी ने रिकॉर्ड स्तर पार कर लिया, तो ‘विनाशकारी बाढ़’ तय है। कुछ लोग पहले ही घर छोड़ चुके हैं। कनाडा सीमा के पास सूमास शहर में फायरफाइटर्स ने कई लोगों को पानी में फंसे घरों से निकाला।
24 घंटे में 6 इंच बारिश हुई
जोसिलीन रोसास ने बताया कि उसका घर मोबाइल होम पार्क में पानी में डूब गया। बच्ची ने कहा, ‘मेरे पास बस मेरी पजामा है।’ उसके पिता जोसे रोसास ने बताया कि उनकी पत्नी कैंसर से जूझ रही हैं, और इलाज के लिए पैसे बचाने के चक्कर में वह दो महीने पहले ही यहां शिफ्ट हुए थे। उन्होंने टूटे मन से कहा, ‘अब हमारा घर ही चला गया।’ कई इलाकों में बारिश इतनी तेज रही कि नदियां उफान पर आ गईं. कास्केड पर्वतों वाले हिस्सों में 24 घंटों में 6 इंच तक बारिश रिकॉर्ड की गई।
क्या-क्या आफत आई?
इंटरस्टेट 90 पर भूस्खलन आने से सड़क मिट्टी और पेड़ों के नीचे दब गई। US-2 हाईवे भी पत्थरों और मलबे के कारण बंद करना पड़ा। सिएटल–वैंकूवर के बीच अम्ट्रैक ट्रेन सेवा रोक दी गई और 11 हजार से ज्यादा घरों की बिजली गुल हो गई। सिएटल के पास स्काईकोमिश नदी 24 फीट तक पहुंच गई। यह 2006 के बाद सबसे ऊंचा स्तर है।
