वंदे मातरम पर प्रियंका गांधी ने चर्चा में लिया भाग, कहा-बंगाल चुनाव के कारण उठा मुद्दा
- दिल्ली राजनीति राष्ट्रीय
Political Trust
- December 8, 2025
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नई दिल्ली। लोकसभा में वंदे मातरम पर हुई चर्चा के दौरान कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी ने सरकार पर तीखा हमला करते हुए कहा कि यह मुद्दा जनता के असली मुद्दों से ध्यान हटाने के लिए कराई गई है। उन्होंने कहा कि वंदे मातरम 150 साल से देश की आत्मा का हिस्सा है, इसलिए अब बहस की जरूरत नहीं थी।
केरल की वायनाड सीट से चुनकर लोकसभा पहुंचीं कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी ने भी वंदे मातरम पर चर्चा में भाग लिया। उन्होंने राष्ट्र निर्माण में इसकी भूमिका को रेखांकित करते हुए कहा कि संसद में इस समय ये चर्चा इसलिए कराई गई, क्योंकि आने वाले समय में पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव कराए जाने हैं। प्रियंका गांधी ने संसद में आगे कहा कि वंदे मातरम केवल भावना नहीं, बल्कि देश की आजादी की लड़ाई की ताकत और नैतिकता का प्रतीक है।
उन्होंने कहा कि इस गीत ने ब्रिटिश साम्राज्य को भी झुकने पर मजबूर किया था। प्रियंका ने कहा कि वंदे मातरम नाम लेते ही स्वतंत्रता संग्राम की यादें और उसका साहस सामने आ जाता है। उन्होंने आगे कहा कि 1930 के दशक में सांप्रदायिक की राजनीति उभरी तब ये गीत विवादित होने लगा। उन्होंने आगे कहा कि 1937 में नेताजी कोलकाता में कांग्रेस अधिवेशन का आयोजन कर रहे थे। 20 अक्तूबर का लेटर उन्होंने सुनाया, लेकिन इससे पहले उन्होंने नेहरू को एक चिठ्ठी लिखी थी, इसका पीएम मोदी ने जिक्र नहीं किया।
हम देश के लिए हैं, आप चुनाव के लिए हैं
प्रियंका ने कहा कि हम देश के लिए हैं, आप चुनाव के लिए हैं। 17 अक्टूबर को चिठ्ठी के जवाब में नेहरू ने 20 अक्तूबर की चिठ्ठी में लिखा-मैंने तय किया है कि मैं 25 अक्टूबर कोलकाता आऊंगा, टैगोर से मिलूंगा। 28 अक्तूबर को कांग्रेस ने वंदे मातरम् को राष्ट्रगीत घोषित किया। इस कार्यसमिति की बैठक में सभी महापुरुष मौजूद थे। सभी इस प्रस्ताव से खुश थे। सहमत थे।
उन्होंने कहा कि इस गीत ने ब्रिटिश साम्राज्य को भी झुकने पर मजबूर किया था। प्रियंका ने कहा कि वंदे मातरम नाम लेते ही स्वतंत्रता संग्राम की यादें और उसका साहस सामने आ जाता है। उन्होंने आगे कहा कि 1930 के दशक में सांप्रदायिक की राजनीति उभरी तब ये गीत विवादित होने लगा। उन्होंने आगे कहा कि 1937 में नेताजी कोलकाता में कांग्रेस अधिवेशन का आयोजन कर रहे थे। 20 अक्तूबर का लेटर उन्होंने सुनाया, लेकिन इससे पहले उन्होंने नेहरू को एक चिठ्ठी लिखी थी, इसका पीएम मोदी ने जिक्र नहीं किया।
हम देश के लिए हैं, आप चुनाव के लिए हैं
प्रियंका ने कहा कि हम देश के लिए हैं, आप चुनाव के लिए हैं। 17 अक्टूबर को चिठ्ठी के जवाब में नेहरू ने 20 अक्तूबर की चिठ्ठी में लिखा-मैंने तय किया है कि मैं 25 अक्टूबर कोलकाता आऊंगा, टैगोर से मिलूंगा। 28 अक्तूबर को कांग्रेस ने वंदे मातरम् को राष्ट्रगीत घोषित किया। इस कार्यसमिति की बैठक में सभी महापुरुष मौजूद थे। सभी इस प्रस्ताव से खुश थे। सहमत थे।
