आज लोकसभा में वंदे मातरम पर चर्चा के साथ सत्र शुरू
- दिल्ली राजनीति राष्ट्रीय
Political Trust
- December 8, 2025
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नई दिल्ली। आज संसद के शीतकालीन सत्र का आठवां दिन है। राष्ट्रगीत वंदे मातरम के 150 वर्ष पूरे होने पर संसद में विस्तार से चर्चा होगी। इस गीत के ऐतिहासिक महत्व पर लोकसभा में होने वाली चर्चा की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे। राज्यसभा में इस पर मंगलवार को चर्चा होगी, जिसकी शुरुआत केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह करेंगे। आज की कार्यवाही शुरू होने पर राज्यसभा में पूर्व राज्यपाल स्वराज कौशल को श्रद्धांजलि दी गई। लोकसभा में प्रश्नकाल चल रहा है।
पीएम मोदी ने शुरू किया अपना वक्तव्य
लोकसभा में वंदे मातरम पर चर्चा की शुरुआत करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आने वाली पीढ़ियों के लिए भी वंदे मातरम प्रेरणा बन सकती है, बशर्ते हम सब मिलकर इसका सदुपयोग करें।
पश्चिम बंगाल की जयनगर लोकसभा सीट से निर्वाचित तृणमूल कांग्रेस सांसद प्रतिमा मंडल ने सवाल किया कि स्वदेश दर्शन और प्रसाद योजना जैसी योजनाओं से पश्चिम बंगाल के गंगा सागर को क्यों बाहर रखा गया है? गंगा सागर के धार्मिक महत्व को रेखांकित करते हुए तृणमूल सांसद ने पर्यटन मंत्री से कहा, क्या भारत सरकार बंगाल की धार्मिक महत्व वाली जगहों- बेलूर मठ और गंगा सागर आदि को प्रसाद योजना या किसी अन्य केंद्रीय योजनाओं में शामिल करने पर विचार करेगी?
इस सवाल के जवाब में केंद्रीय पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि गंगा सागर की महत्ता भारत की संस्कृति में बहुत स्पष्ट है। लेकिन पश्चिम बंगाल सरकार ने केंद्र सरकार की ऐसी योजनाओं से जुड़ने में कोई रुचि नहीं दिखाई है। उन्होंने कहा कि भारत सरकार ने राज्य सरकार को तटीय इलाकों के लिए 68 करोड़ रुपये की आर्थिक मदद दी है। बेलूर मठ के लिए प्रसाद योजना के तहत 31 करोड़ रुपये दिए गए थे।
बकौल शेखावत, इसके बाद स्वदेश दर्शन-2, प्रसाद स्कीम और राज्य सरकार की विशेष मदद के लिए बनाई गई योजनाओं से जुड़ने में राज्य सरकार ने कोई रुचि नहीं दिखाई। राज्य की तरफ से प्रस्ताव नहीं आने पर केंद्र विचार नहीं कर सकती। केंद्रीय पर्यटन मंत्री ने तृणमूल सांसद से गंगा सागर जैसी अहम जगहों को लेकर सियासत न करने की अपील करते हुए कहा, भारत सरकार खुले मन से सभी विचारों पर ध्यान देती है। परियोजनाओं पर प्राथमिकता के आधार पर राज्य सरकारों को काम करना है। इसलिए प्रस्ताव भेजने की पहल राज्य को ही करनी होगी।
त्योहारी सीजन में पर्यटकों और श्रद्धालुओं के लिए कितने इंतजाम?
तमिलनाडु की कुड्डालोर लोकसभा सीट से निर्वाचित कांग्रेस सांसद एमके विष्णु प्रसाद ने रेलवे टूरिज्म और त्योहारी सीजन में पर्यटकों के लिए किए जाने वाले विशेष उपायों को लेकर सवाल किया। इस पर पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने प्रयागराज के महाकुंभ की मिसाल देते हुए कहा, सरकार देश के हर कोने में जाने वाले पर्यटकों और श्रद्धालुओं के लिए पर्याप्त इंतजाम करती है। उन्होंने कहा कि तमिलनाडु के किसी खास धार्मिक और पर्यटक स्थलों से जुड़े प्रस्ताव पर विचार किया जाएगा। रेल मंत्रालय के साथ मिलकर पर्यटन मंत्रालय समुचित बंदोबस्त करने के लिए तैयार है।
छत्तीसगढ़ की विरासत सहेजने को लेकर कितनी गंभीर?
छत्तीसगढ़ की महासमुंद लोकसभा सीट से निर्वाचित भाजपा सांसद रूप कुमारी चौधरी ने अपने संसदीय क्षेत्र और राज्य में आने वाले पर्यटकों की संख्या को देखते हुए किए जाने वाले उपायों से जुड़ा सवाल पूछा। छत्तीसगढ़ के प्रमुख ऐतिहासिक, पुरातात्विक और धार्मिक स्थल सिरपुर और राजीम के कायाकल्प से जुड़े इस सवाल पर केंद्रीय पर्यटन मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार की तरफ से आने वाले प्रस्तावों पर सरकार गंभीरता से विचार करेगी। फिलहाल ऐसा कोई प्रस्ताव आया नहीं है।
लोकसभा में वंदे मातरम पर चर्चा की शुरुआत करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आने वाली पीढ़ियों के लिए भी वंदे मातरम प्रेरणा बन सकती है, बशर्ते हम सब मिलकर इसका सदुपयोग करें।
पश्चिम बंगाल की जयनगर लोकसभा सीट से निर्वाचित तृणमूल कांग्रेस सांसद प्रतिमा मंडल ने सवाल किया कि स्वदेश दर्शन और प्रसाद योजना जैसी योजनाओं से पश्चिम बंगाल के गंगा सागर को क्यों बाहर रखा गया है? गंगा सागर के धार्मिक महत्व को रेखांकित करते हुए तृणमूल सांसद ने पर्यटन मंत्री से कहा, क्या भारत सरकार बंगाल की धार्मिक महत्व वाली जगहों- बेलूर मठ और गंगा सागर आदि को प्रसाद योजना या किसी अन्य केंद्रीय योजनाओं में शामिल करने पर विचार करेगी?
इस सवाल के जवाब में केंद्रीय पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि गंगा सागर की महत्ता भारत की संस्कृति में बहुत स्पष्ट है। लेकिन पश्चिम बंगाल सरकार ने केंद्र सरकार की ऐसी योजनाओं से जुड़ने में कोई रुचि नहीं दिखाई है। उन्होंने कहा कि भारत सरकार ने राज्य सरकार को तटीय इलाकों के लिए 68 करोड़ रुपये की आर्थिक मदद दी है। बेलूर मठ के लिए प्रसाद योजना के तहत 31 करोड़ रुपये दिए गए थे।
बकौल शेखावत, इसके बाद स्वदेश दर्शन-2, प्रसाद स्कीम और राज्य सरकार की विशेष मदद के लिए बनाई गई योजनाओं से जुड़ने में राज्य सरकार ने कोई रुचि नहीं दिखाई। राज्य की तरफ से प्रस्ताव नहीं आने पर केंद्र विचार नहीं कर सकती। केंद्रीय पर्यटन मंत्री ने तृणमूल सांसद से गंगा सागर जैसी अहम जगहों को लेकर सियासत न करने की अपील करते हुए कहा, भारत सरकार खुले मन से सभी विचारों पर ध्यान देती है। परियोजनाओं पर प्राथमिकता के आधार पर राज्य सरकारों को काम करना है। इसलिए प्रस्ताव भेजने की पहल राज्य को ही करनी होगी।
त्योहारी सीजन में पर्यटकों और श्रद्धालुओं के लिए कितने इंतजाम?
तमिलनाडु की कुड्डालोर लोकसभा सीट से निर्वाचित कांग्रेस सांसद एमके विष्णु प्रसाद ने रेलवे टूरिज्म और त्योहारी सीजन में पर्यटकों के लिए किए जाने वाले विशेष उपायों को लेकर सवाल किया। इस पर पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने प्रयागराज के महाकुंभ की मिसाल देते हुए कहा, सरकार देश के हर कोने में जाने वाले पर्यटकों और श्रद्धालुओं के लिए पर्याप्त इंतजाम करती है। उन्होंने कहा कि तमिलनाडु के किसी खास धार्मिक और पर्यटक स्थलों से जुड़े प्रस्ताव पर विचार किया जाएगा। रेल मंत्रालय के साथ मिलकर पर्यटन मंत्रालय समुचित बंदोबस्त करने के लिए तैयार है।
छत्तीसगढ़ की विरासत सहेजने को लेकर कितनी गंभीर?
छत्तीसगढ़ की महासमुंद लोकसभा सीट से निर्वाचित भाजपा सांसद रूप कुमारी चौधरी ने अपने संसदीय क्षेत्र और राज्य में आने वाले पर्यटकों की संख्या को देखते हुए किए जाने वाले उपायों से जुड़ा सवाल पूछा। छत्तीसगढ़ के प्रमुख ऐतिहासिक, पुरातात्विक और धार्मिक स्थल सिरपुर और राजीम के कायाकल्प से जुड़े इस सवाल पर केंद्रीय पर्यटन मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार की तरफ से आने वाले प्रस्तावों पर सरकार गंभीरता से विचार करेगी। फिलहाल ऐसा कोई प्रस्ताव आया नहीं है।
