Delhi MCD Byelection Summary: निगम उपचुनाव में भाजपा को झटका,आप का कब्जा बरकरार

 Delhi MCD Byelection Summary: निगम उपचुनाव में भाजपा को झटका,आप का कब्जा बरकरार
नई दिल्ली। दिल्ली नगर निगम के उपचुनाव के नतीजों से भाजपा को झटका लगा है। 12 सीटों के आए नतीजों में भाजपा ने कुल सात सीटों पर जीत दर्ज की है। भाजपा को दो सीटों पर नुकसान उठाना पड़ा है। वहीं, आम आदमी पार्टी का कब्जा बरकरार रहा। कांग्रेस भी फायदे में रही।
दिल्ली नगर निगम के उपचुनाव में सभी 12 सीटों के नतीजे आ गए हैं। भाजपा ने कुल सात सीटों पर जीत दर्ज की है। वहीं, आम आदमी पार्टी तीन सीटों पर जीती है। एक सीट पर आम आदमी पार्टी के पूर्व विधायक शोएब इकबाल वाली पार्टी ने कब्जा जमाया है। वहीं, कांग्रेस ने भी एक सीट पर भाजपा को हराया है। आम आदमी पार्टी अपनी लाज बचाने में कामयाब रही, वह पहले की तरह तीन सीट जीत पाई। हालांकि उसकी सीटों में परिवर्तन हुआ है, जबकि कांग्रेस ने खाता खोलकर सबको चौंका दिया। मटिया महल के कद्दावर नेता शोएब इकबाल ने आम आदमी पार्टी से बगावत करके अपने उम्मीदवार को जिताने में कामयाबी हासिल की।
एमसीडी उपचुनाव के परिणाम में भारतीय जनता पार्टी को झटका लगा है। भाजपा 12 में से केवल सात सीट ही जीत पाई, जबकि पहले पार्टी के पास पहले नौ सीट थीं। आम आदमी पार्टी को न नुकसान हुआ है न ही फायदा हुआ है। आप के पास पहले तीन सीटें थीं, उपचुनाव में भी तीन सीटों पर जीत दर्ज की है। वहीं, कांग्रेस ने उपचुनाव में खाता खोलकर सबको चौंका दिया है। आइए जानते हैं सबकुछ
ये रहे अंतिम परिणाम
भाजपा- 7 सीटें (सबसे बड़ी विजेता)
आम आदमी पार्टी (AAP)- 3 सीटें
कांग्रेस- 1 सीट (लंबे समय बाद MCD में खाता खोला)
शोएब इकबाल की पार्टी -1 सीट (मटिया महल वार्ड)
भाजपा की जीत
सात सीटें जीतकर भाजपा ने साफ दिखा दिया कि दिल्ली की स्थानीय राजनीति में वह अभी भी सबसे मजबूत है। उसने आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के कई पुराने गढ़ों में सेंध लगाई।
आप ने लाज बचाई, लेकिन झटका भी लगा
संख्या के लिहाज से आप ने उतनी ही तीन सीटें जीतीं जितनी पहले थीं, यानी नुकसान नहीं हुआ। लेकिन पुरानी तीन में से कुछ सीटें गंवाईं और नई जीतीं हैं। पार्टी को बड़ा झटका मटिया महल में लगा है, जहां पार्टी के दिग्गज नेता रहे शोएब इकबाल ने बगावत कर दी।
कांग्रेस की वापसी
वर्षों बाद कांग्रेस ने MCD में एक सीट जीतकर सबको चौंका दिया है। यह उसके लिए बड़ी मनोवैज्ञानिक जीत है, खासकर जब उसे दिल्ली में लगातार हार का सामना करना पड़ रहा था।
आम आदमी पार्टी ने नारायण सीट भाजपा से छीनी है, यहां से वर्तमान विधायक उमंग बजाज 2022 में पार्षद बने थे। आप की राजन अरोड़ा ने भाजपा के उम्मीदवार चंद्रकांता को हराया है। इन दोनों के जो बीच कांटे की टक्कर देखने को मिली। राजन मात्र 148 वोट से जीतीं।
आप के अनिल ने जीते
मुंडका सीट से आम आदमी पार्टी के अनिल ने जीत दर्ज की है, उन्होंने भाजपा के जयपाल को हराया है। दोनों के बीच 1577 वोट का अंतर रहा। मुंडका से 2022 में निर्दलीय गजेंद्र दलाल चुनाव जीते थे मगर वह भाजपा में शामिल हो गए थे और अब मुंडका से वह भाजपा के विधायक हैं। इस तरह यह सीट आम आदमी पार्टी ने भाजपा से छीनी है।
रोहिणी में भाजपा की हार
दक्षिणपुरी सीट से आम आदमी पार्टी की जीत हुई है। रामस्वरूप कनौजिया ने भाजपा की रोहिणी को हराया है। दोनों के बीच 2262 वोट का अंतर है। दक्षिणपुरी सीट पहले भी आम आदमी पार्टी के पास थी।
शालीमार सीट भाजपा के पास
शालीमार बाग सीट से भाजपा जीती है। इस सीट पर अनीता जैन चुनाव लड़ रही थीं, उन्होंने आप की बबीता राणा को हराया है। 10, 101 वोटों का अंतर है। 2022 में शालीमार बाग सीट से रेखा गुप्ता चुनाव जीती थीं।
आप से छीनी चांदनी चौक सीट
चांदनी चौक सीट पर भाजपा को जीत मिली है। भाजपा की सुमन कुमार गुप्ता ने आप के हर्ष शर्मा को हराया है। इन दोनों के बीच 1182 वोटों का अंतर रहा। 2022 के आम चुनाव में चांदनी चौक सीट से आम आदमी पार्टी के पूर्ण दीप सिंह साहनी चुनाव जीते थे वह फिलहाल चांदनी चौक के विधायक हैं इस तरह भाजपा ने यह सीट आम आदमी पार्टी से छीन ली है।
भाजपा की मनीषा देवी ने आप की राजबाला को हराया
द्वारका सीट से भाजपा ने जीत दर्ज की है। इस सीट से भाजपा ने मनीषा देवी को टिकट दिया था। आम आदमी पार्टी ने राजबाला पर भरोसा जताया था, लेकिन राजबाला को हार का सामना करना पड़ा। द्वारका की जनता ने मनीषा देवी को चुना है। दोनों के जो बीच 9100 का अंतर रहा।