उत्तर भारत में ठंड बढ़ी, राजस्थान-बंगाल में भी पारा सामान्य से नीचे

 उत्तर भारत में ठंड बढ़ी, राजस्थान-बंगाल में भी पारा सामान्य से नीचे
नई दिल्ली। उत्तर भारत में सर्दी ने इस हफ्ते रफ्तार पकड़ ली है। मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में ठंड और बढ़ने की चेतावनी दी है। नवंबर के अंत से दिसंबर की शुरुआत तक उत्तर भारत में शीतलहर की स्थिति और तेज होने की संभावना है।
उत्तर भारत के कई राज्यों में सर्दी ने रफ्तार पकड़ ली है। हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर में शीतलहर का प्रकोप बढ़ गया है, जबकि राजस्थान और पश्चिम बंगाल में तापमान सामान्य से नीचे चला गया है। मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में तापमान में और गिरावट की चेतावनी दी है। पहाड़ी राज्यों में बर्फबारी की भी संभावना बनी हुई है, जबकि मैदानी इलाकों में सुबह-शाम ठंडक बढ़ेगी। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार नवंबर के मध्य से दिसंबर के आरंभ तक उत्तर भारत में शीतलहर की स्थिति और तीव्र हो सकती है।
हिमाचल प्रदेश में ठंड ने पहाड़ों और घाटियों दोनों को अपनी गिरफ्त में ले लिया है। लाहौल-स्पीति के ताबो में इस मौसम की सबसे ठंडी रात दर्ज हुई, जहां तापमान माइनस 7.4 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया। कीलोंग में न्यूनतम तापमान माइनस 3.3 डिग्री, कुकुमसेरी में माइनस 3.1 डिग्री और कल्पा में माइनस 0.4 डिग्री रहा। ऊंचाई वाले इलाकों में पानी की पाइपें जम गई हैं और सुबह के समय बर्फीली हवाओं से लोगों का बाहर निकलना मुश्किल हो रहा है। राज्य के अन्य हिस्सों में भी पारा सामान्य से दो से पांच डिग्री नीचे रहा। शिमला और धर्मशाला में न्यूनतम तापमान क्रमशः 8.2 और 8 डिग्री रहा। मौसम विभाग के मुताबिक, एक अक्तूबर से 13 नवंबर के बीच प्रदेश में सामान्य से 113 फीसदी अधिक वर्षा दर्ज की गई है।