अमेरिकी अर्थव्यवस्था में सुस्ती के संकेत, फेडरल रिजर्व ने ब्याज दरों में 0.25% की कटौती

 अमेरिकी अर्थव्यवस्था में सुस्ती के संकेत, फेडरल रिजर्व ने ब्याज दरों में 0.25% की कटौती

नई दिल्ली। अमेरिका के केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व ने ब्याज दरों में 25 प्रतिशत कटौती की है। फेड ने कहा कि यह कदम ऐसे समय में उठाया गया है, जब अमेरिकी अर्थव्यवस्था के संकेत धीमे पड़ रहे हैं।

फेडरल रिजर्व ने ब्याज दरों में कटौती करने का फैसला किया है। फेड ने अपनी मौद्रिक नीति में बदलाव करते हुए ब्याज दरों में 25 आधार अंकों की कटौती की है। इसके बाद अब अमेरिका में ब्याज दरें 3.75 से 4 प्रतिशत के दायरे में आ गई हैं। इससे पहले फेड ने सितंबर में दरों में कटौती की थी।

रोजगार वृद्धि में सुस्ती आई

फेड ने कहा कि यह कदम ऐसे समय में उठाया गया है, जब अमेरिकी अर्थव्यवस्था के संकेत धीमे पड़ रहे हैं। बैंक के अनुसार रोजगार वृद्धि में सुस्ती आई है और बेरोजगारी दर में हल्की बढ़ोतरी देखी गई है। हालांकि यह अभी भी निम्न स्तर पर है। उन्होंने स्वीकार किया कि मुद्रास्फीति हाल के महीनों में फिर से बढ़ी है और अभी भी कुछ हद तक ऊंची बनी हुई है।

रोजगार और मुद्रास्फीति का लक्ष्य

फेडरल ओपन मार्केट कमेटी ने कहा कि उसका लक्ष्य आर्थिक जोखिमों से निपटते हुए अधिकतम रोजगार और मूल्य स्थिरता के अपने संतुलन बनाए रखना है। समिति लंबी अवधि में अधिकतम रोजगार और 2 प्रतिशत की दर से मुद्रास्फीति हासिल करना चाहती है।

नए आंकड़ों पर रखेगी नजर

समिति ने जोर देकर कहा कि वह आगे कोई नीतिगत बदलाव करने से पहले नए आंकड़ों और उभरती आर्थिक स्थितियों पर कड़ी नजर रखेगी। साथ ही फेड ने 1 दिसंबर को अपनी प्रतिभूति होल्डिंग में कटौती पूरी करने की योजना की भी घोषणा की।

मौद्रिक नीति फैसले के लिए मतदान करने वालों में अध्यक्ष जेरोम एच. पॉवेल, उपाध्यक्ष जॉन सी. विलियम्स, और गवर्नर माइकल एस. बार, मिशेल डब्ल्यू. बोमन, सुसान एम. कोलिन्स, लिसा डी. कुक, ऑस्टन डी. गुल्सबी, फिलिप एन. जेफरसन, अल्बर्टो जी. मुसलम, और क्रिस्टोफर जे. वालर शामिल थे।