यूएस-चीन का विवाद होगा खत्म? टैरिफ, ट्रेड डील पर अब होगी बात?

 यूएस-चीन का विवाद होगा खत्म? टैरिफ, ट्रेड डील पर अब होगी बात?

नई दिल्ली। अमेरिका राष्ट्रपति ट्रंप और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच छह साल बाद दक्षिण कोरिया के बुसान में मुलाकात हुई है। दोनों देशों के बीच व्यापार समझौते को लेकर जारी टकराव के बीच दोनों नेताओं की इस बैठक को काफी अहम माना जा रहा है। ट्रंप और जिनपिंग करीब छह साल बाद एक-दूसरे से मिल रहे हैं। दक्षिण कोरिया के बुसान में चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, “हमारी मुलाकात बहुत सफल रहने वाली है। वे बहुत सख्त वार्ताकार हैं, यह अच्छी बात नहीं है। हम एक-दूसरे को अच्छी तरह जानते हैं। हमारे बीच हमेशा से बहुत अच्छे संबंध रहे हैं।”डोनाल्ड ट्रंप और शी जिनपिंग 6 साल बाद मिल रहे हैं। इससे पहले 2019 में जापान के ओसाका में दोनों के बीच मुलाकात हुई थी। तब ट्रेड वॉर से दोनों के रिश्ते काफी बिगड़ चुके थे। अमेरिका और चीन में युद्ध जैसी स्थिति बन गई थी। अब टैरिफ को लेकर दोनों के बीच तकरार चरम पर है। यह साल 2025 की सबसे बड़ी द्विपक्षीय बैठक मानी जा रही है।

लंबे इंतजार वाली मुलाकात पर दुनिया की नजरें

साउथ कोरिया के बुसान में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग की लंबे इंतजार वाली मुलाकात पर दुनिया की नजरें टिकी हैं। एशिया-प्रशांत आर्थिक सहयोग (APEC) समिट के इतर होने वाली इस बैठक में दोनों महाशक्तियों के बीच तनावपूर्ण रिश्तों को सुधारने की कोशिश होगी. ट्रेड टैरिफ पर बड़े फैसले की उम्मीद है। उम्मीद है कि अमेरिका और चीन के बीच तकरार में कमी आएगी। बहरहाल, डोनाल्ड ट्रंप और शी जिनपिंग के बीच यह बैठक क्यों अहम है, डोनाल्ड ट्रंप और शी जिनपिंग की आज हो रही बैठक के नतीजे से अमेरिका और चीन के बीच ट्रेड वार खत्म होने की गुंजाइश बढ़ेगी। यह बैठक वैसे भी 6 साल बाद हो रही है। डोनाल्ड ट्रंप और शी जिनपिंग की बैठक से अगर अच्छे नतीजे निकलते हैं तो फिर अमेरिका की तरफ से 1 नवंबर से लागू होने वाला 100 प्रतिशत टैरिफ चीन पर लागू नहीं होगा। अमेरिका के साथ ट्रेड वार की लड़ाई में सबसे अधिक ताकत चीन को रेयर अर्थ पर कंट्रोल से मिली है। चीन ने रेयर अर्थ मिनरल के निर्यात पर कंट्रोल को बढ़ाने का फैसला है। डोनाल्ड ट्रंप और जिनपिंग के बीच मुलाकात के बाद इस रेयर अर्थ खनिज के निर्यात पर चीन कंट्रोल नहीं करेगा। शायद इस बात की उम्मीद है। डोनाल्ड ट्रंप और जिनपिंग की मुलाकात में ताइवान के मुद्दे पर दोनों देशों का रुख क्या होता है, ये भी सामने आएगा.चीन के साथ अमेरिकी डील से भविष्य में अमेरिका का फोकस भारत पर होगा, क्योंकि दोनों देशों के बीच ट्रेड बातचीत जारी है।