केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गोरखपुर के ग्राम डुमरीखुर्द में लगाई ‘ग्राम चौपाल’, किसानों से खेती के साथ पशुपालन और मत्स्यपालन अपनाने का किया आह्वान
नई दिल्ली, 18 अक्टूबर 2025 केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण और ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शनिवार को उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले के ग्राम डुमरीखुर्द में ‘ग्राम चौपाल’ का आयोजन किया। इस दौरान उन्होंने किसानों, स्वयं सहायता समूहों की दीदियों और पंचायत प्रतिनिधियों के साथ सीधा संवाद स्थापित किया।
चौपाल में केंद्रीय ग्रामीण विकास राज्य मंत्री कमलेश पासवान, उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही सहित अन्य जनप्रतिनिधि भी उपस्थित रहे।
शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि जनता और मंत्री मिलकर काम करें तो व्यापक बदलाव लाया जा सकता है। उन्होंने बताया कि केंद्र और राज्य सरकारें मिलकर किसानों की आय बढ़ाने, उत्पादन लागत घटाने और बेहतर बीज उपलब्ध कराने के लिए निरंतर कार्य कर रही हैं।
केंद्रीय मंत्री ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत किसानों को फसल नुकसान की भरपाई का भरोसा दिलाया और फसलों की उत्पादन लागत, स्थानीय बाजार की व्यवस्था और खाद्य दुकानों की आवश्यकता पर चर्चा की।
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा हाल ही में शुरू किए गए ‘दलहन आत्मनिर्भरता मिशन’ का उल्लेख करते हुए बताया कि यह मिशन देश को दाल उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में बड़ा कदम है।
शिवराज सिंह ने यह भी जानकारी दी कि रबी फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) में वृद्धि की गई है, जिससे गेहूं, चना, मसूर और सरसों के उत्पादक किसानों को सीधा लाभ मिलेगा।
उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में कृषि यंत्रों पर जीएसटी दरें 12% और 18% से घटाकर 5% कर दी गई हैं, जिससे किसानों को आर्थिक लाभ मिलेगा।
केंद्रीय मंत्री ने किसानों से केवल पारंपरिक खेती पर निर्भर न रहने की अपील करते हुए कहा कि पशुपालन, मत्स्यपालन, मधुमक्खी पालन और बागवानी जैसे कार्य अपनाकर किसान अपनी आय को कई गुना बढ़ा सकते हैं। उन्होंने पशुओं के टीकाकरण और अन्य सरकारी योजनाओं की जानकारी भी साझा की।
इस अवसर पर बड़ी संख्या में किसान, स्वयं सहायता समूह की महिलाएं और पंचायत प्रतिनिधि उपस्थित रहे, जिन्होंने अपनी समस्याएं और सुझाव केंद्रीय मंत्री के समक्ष रखे।
कार्यक्रम के अंत में शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि “ग्रामीण विकास और कृषि समृद्धि के लिए सभी का सहयोग आवश्यक है। जब सरकार और जनता मिलकर काम करेंगे, तभी वास्तविक परिवर्तन संभव होगा।”
