बलूचिस्तान मेंं जनाक्रोश को दबाने के लिए पाक ने तेज की कार्रवाई, अफगान शरणार्थियों के शिविर बंद कराए

 बलूचिस्तान मेंं जनाक्रोश को दबाने के लिए पाक ने तेज की कार्रवाई, अफगान शरणार्थियों के शिविर बंद कराए
बलूचिस्तान। पाकिस्तान में बलूचिस्तान के अंदर लोगों का विद्रोह लगातार बढ़ता जा रहा है। बलोच यकजेहती समिति (बीवाईसी) ने पाकिस्तान सरकार पर बलोचों के हिरासत में लिए गए नेताओं के प्रति जनाक्रोश दबाने के लिए कार्रवाई करने का आरोप लगाया है। बलोच नेता और बीवाईसी के नेता सम्मी दीन बलोच ने कहा, बलूचिस्तान में सरकार का विरोध करने वाले कार्यकर्ता छह माह से भी ज्यादा समय से हिरासत में हैं और उनका अज्ञात जगह उत्पीड़न किया जा रहा है।
रिपोर्ट के अनुसार, इन कार्यकर्ताओं के खिलाफ पाकिस्तान की किसी भी एजेंसी ने कोई औपचारिक आरोप तक दर्ज नहीं किए हैं। हिरासत में लिए गए इन नेताओं के नामों में डॉ. महरंग बलोच, बीबर्ग बलोच, शाह जी बलोच, बीबो बलोच और गुलजादी बलोच जैसी शख्सीयतें शामिल हैं। उन्हें राजनीतिक रूप से प्रेरित एफआईआर के तहत अवैध हिरासत में रखा गया है। सरकार ने शुरुआत में इन कार्यकर्ताओं को निशाना बनाने के लिए कानूनों का दुरुपयोग भी किया। अधिकारियों ने अब सभी आगामी सुनवाई क्वेटा जिला जेल में स्थानांतरित कर दी हैं, जो पारदर्शिता को दबाने और जन आंदोलन के दमन की एक सोची-समझी चाल है। इसे लेकर बलोच उग्रवादी संगठनों ने विद्रोह का रास्ता अपनाया है।