प्रधान सेवक मोदी जी के जन्मदिन पर – समावेशी विकास और सेवा की प्रेरक गाथा

प्रधान सेवक नरेंद्र मोदी के जन्मदिन पर प्रेम शुक्ला का विशेष लेख
Political Trust Magazine-New Delhi बुधवार यानी कल (17 सितंबर) को भारत गर्व से अपने प्रधान सेवक नरेंद्र मोदी जी का जन्मदिन मनाएगा। यह केवल एक जन्मदिन नहीं, बल्कि उन सिद्धांतों, संकल्पों और कार्यों का उत्सव है जिन्होंने भारत को नई ऊँचाइयों तक पहुँचाया है। गुजरात के वडनगर में एक साधारण परिवार से निकलकर देश की सेवा में अपना समर्पण देने वाले मोदी जी ने यह सिद्ध कर दिया कि राजनीति सत्ता का साधन नहीं, सेवा का माध्यम है। जहाँ कई दलों और नेताओं की राजनीति केवल अपने परिवार और स्वार्थ तक सीमित रही, वहीं मोदी जी ने भारत की हर गरीब, हर किसान, हर महिला, हर युवा को अपना परिवार मानकर सेवा का मार्ग चुना और उसका निर्वहन पूरे समर्पण के साथ किया।
प्रधानमंत्री मोदी जी के नेतृत्व में भारत का कल्याण मॉडल “अंत्योदय” की भावना पर आधारित है—सबसे अंतिम व्यक्ति तक विकास की रोशनी पहुँचाना। पिछले ग्यारह वर्षों में हर प्रमुख योजना का लक्ष्य 100% लाभार्थियों तक पहुँचना रहा है। करोड़ों परिवारों को पहली बार नल से जल, बिजली, शौचालय, घर, स्वास्थ्य सेवाएँ, स्वच्छ ईंधन, बीमा और डिजिटल सुविधाएँ मिलीं। यही समावेशी दृष्टिकोण परिणाम भी दे रहा है। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने भारत में अत्यधिक गरीबी समाप्त करने के लिए मोदी सरकार की प्रशंसा की, जबकि संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (UNDP) ने बहुआयामी गरीबी सूचकांक में भारत की अभूतपूर्व प्रगति को स्वीकार किया।
आइए, हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी को उनके उज्ज्वल भविष्य, स्वस्थ जीवन और निरंतर सेवा के लिए हार्दिक शुभकामनाएँ दें। उनकी नेतृत्व क्षमता, राष्ट्र प्रेम और सेवा भावना से प्रेरित होकर हम भी भारत के निर्माण में अपनी भूमिका निभाएँ।