सूडान में भूस्खलन से 1000 लोगों की मौत, दारफुर का गांव तबाह

 सूडान में भूस्खलन से 1000 लोगों की मौत, दारफुर का गांव तबाह
नई दिल्ली। उत्तरी अफ्रीका के सूडान में भूस्खलन की चपेट में आने के बाद पूरा गांव तबाह हो गया है। दारफुर में आए इस विनाशकारी भूस्खलन में 1000 से अधिक लोगों की मौत होने की आशंका है।
सूडान के पश्चिमी क्षेत्र दारफुर में भूस्खलन के कारण 1000 लोगों के मारे जाने की खबर है। इस देश पर नियंत्रण रखने वाले विद्रोही समूह- सूडान लिबरेशन मूवमेंट-आर्मी ने बताया कि कई दिनों की भारी बारिश के बाद तरासिन गांव में भूस्खलन हुआ। रिपोर्ट्स के मुताबिक ये गांव मध्य दारफुर के मर्राह पर्वतों के बीच है। इसे हाल के कुछ वर्षों की सबसे भयानक प्राकृतिक आपदा माना जा रहा है।
गांव में रहने वाले लगभग सभी लोगों की मौत
सूडान लिबरेशन मूवमेंट-आर्मी ने बताया कि प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, तरासिन गांव में रहने वाले लगभग सभी लोगों की मौत हो चुकी है।  केवल एक व्यक्ति ही जीवित बचा है। अनुमान है कि लगभग एक हजार लोग मारे गए हैं। गांव पूरी तरह से तबाह हो चुका है।
शवों को बरामद करने के लिए संयुक्त राष्ट्र से लगाई गुहार
राहत और बचाव कार्य चलाने में मदद और मलबे के नीचे दबे शवों को बरामद करने के लिए संयुक्त राष्ट्र और अन्य अंतरराष्ट्रीय सहायता समूहों से गुहार लगाई गई है। स्थानीय मीडिया द्वारा एक वीडियो साझा किया गया है, जिसमें दिखाया गया है कि पहाड़ों के बीच पूरा इलाका समतल हो गया है और लोग वहां मलबे में तलाश कर रहे हैं।
2023 से सेना और आरएसएफ के बीच जारी है लड़ाई
यह आपदा ऐसे समय में आई है, जब सूडान पहले से ही भयानक गृहयुद्ध से जूझ रहा है। अप्रैल 2023 से देश की सेना और अर्धसैनिक बल रैपिड सपोर्ट फोर्सेज (आरएसएफ) के बीच राजधानी खार्तूम समेत कई जगहों पर लड़ाई छिड़ी हुई है। सेना और आरएसएफ के बीच लड़ाई के कारण मर्राह पर्वत समेत दारफुर क्षेत्र का अधिकांश भाग संयुक्त राष्ट्र और सहायता समूहों की पहुंच से बाहर है।