नई दिल्ली। मेघालय सरकार ने राज्य से 4 हजार मीट्रिक टन कोयले के गायब होने के आरोपों की जांच के आदेश दिए हैं। उपमुख्यमंत्री प्रेस्टोन तिनसॉन्ग ने बताया कि जिला अधिकारियों और पुलिस को इस मामले की गहन जांच करने के निर्देश दिए गए हैं।
हाईकोर्ट द्वारा गठित एक समिति ने खुलासा किया था कि दो भंडारण स्थलों से कोयला गायब हो गया है। तिनसॉन्ग ने कहा कि अगर कुछ गड़बड़ है, तो हम कानून के मुताबिक आगे बढ़ेंगे। अगर इसके लिए हमें सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाना पड़े, तो भी हम ऐसा करेंगे। जांच में कोयले और डीजल की आवाजाही, दस्तावेजीकरण और क्षेत्र सत्यापन पर गौर किया जाएगा। इसकी एक विस्तृत रिपोर्ट कोर्ट को भी सौंपी जाएगी।