मलेरिया : हर तबके की पहुंच में होगा टीका, आधी से कम कीमत में इतने रुपये में उपलब्ध
- दिल्ली राष्ट्रीय स्वास्थ्य
Political Trust
- June 27, 2025
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Nimmi thakur
नई दिल्ली। देश में मलेरिया का टीका पहले 10 अमेरिकी डॉलर यानी 859 रुपये से अधिक में बाजार में उपलब्ध था। मलेरिया के टीके की कीमत अब घटाकर कम-से-कम 60 प्रतिशत तक सस्ती की जाएगी। जिससे यह टीका भारत और अफ्रीका जैसे मलेरिया प्रभावित देशों में बड़े पैमाने पर बच्चों को मिल सके।
बचपन में मलेरिया से बचाने वाला दुनिया का पहला टीका अब पांच अमेरिकी डॉलर से कम कीमत पर मिलेगा। टीका निर्माता भारत बायोटेक ने बुधवार को घोषणा की है कि वह टीके की कीमत को 2028 तक आधे से भी कम कर देगा जिसके बाद यह करीब 429 रुपये में उपलब्ध होगा।
यह फैसला ग्लैक्सोस्मिथक्लाइन के साथ मिलकर गावी (टीका एलायंस) के लिए की गई प्रतिबद्धता के तहत लिया है। इससे पहले यह टीका 10 अमेरिकी डॉलर यानी 859 रुपये से अधिक कीमत में उपलब्ध था। अब कीमत घटाकर कम-से-कम 60% सस्ती की जाएगी, जिससे यह टीका अफ्रीका भारत जैसे प्रभावित देशों में बड़े पैमाने पर बच्चों को दी जा सकेगी।
तकनीक हस्तांतरण में 200 मिलियन डॉलर से अधिक
भारत बायोटेक के चेयरमैन डॉ. कृष्णा एला ने कहा, यह सिर्फ कीमत घटाने की बात नहीं है, बल्कि वैश्विक न्याय और साझेदारी की भावना है। जीएसके और विश्व स्वास्थ्य संगठन के साथ मिलकर हम ऐसे बच्चों तक पहुंच बनाना चाहते हैं जो अब तक वैक्सीन से वंचित थे। उन्होंने बताया, कंपनी ने उत्पादन बढ़ाने और तकनीक हस्तांतरण में अब तक 200 मिलियन डॉलर से अधिक का निवेश किया है। इस कीमत में कटौती उत्पादन क्षमता बढ़ाने, प्रक्रिया सुधार, सस्ती निर्माण तकनीकों और न्यूनतम मुनाफा नीति से संभव हुई है।
बीमारी का स्थायी हल निकालने की कोशिश
जीएसके चीफ ग्लोबल हेल्थ ऑफिसर थॉमस ब्रेउर ने कहा कि हम भारत बायोटेक के साथ 2021 से काम कर रहे हैं ताकि मलेरिया से मुकाबले का स्थायी हल निकला जा सके।
बचपन में मलेरिया से बचाने वाला दुनिया का पहला टीका अब पांच अमेरिकी डॉलर से कम कीमत पर मिलेगा। टीका निर्माता भारत बायोटेक ने बुधवार को घोषणा की है कि वह टीके की कीमत को 2028 तक आधे से भी कम कर देगा जिसके बाद यह करीब 429 रुपये में उपलब्ध होगा।
यह फैसला ग्लैक्सोस्मिथक्लाइन के साथ मिलकर गावी (टीका एलायंस) के लिए की गई प्रतिबद्धता के तहत लिया है। इससे पहले यह टीका 10 अमेरिकी डॉलर यानी 859 रुपये से अधिक कीमत में उपलब्ध था। अब कीमत घटाकर कम-से-कम 60% सस्ती की जाएगी, जिससे यह टीका अफ्रीका भारत जैसे प्रभावित देशों में बड़े पैमाने पर बच्चों को दी जा सकेगी।
तकनीक हस्तांतरण में 200 मिलियन डॉलर से अधिक
भारत बायोटेक के चेयरमैन डॉ. कृष्णा एला ने कहा, यह सिर्फ कीमत घटाने की बात नहीं है, बल्कि वैश्विक न्याय और साझेदारी की भावना है। जीएसके और विश्व स्वास्थ्य संगठन के साथ मिलकर हम ऐसे बच्चों तक पहुंच बनाना चाहते हैं जो अब तक वैक्सीन से वंचित थे। उन्होंने बताया, कंपनी ने उत्पादन बढ़ाने और तकनीक हस्तांतरण में अब तक 200 मिलियन डॉलर से अधिक का निवेश किया है। इस कीमत में कटौती उत्पादन क्षमता बढ़ाने, प्रक्रिया सुधार, सस्ती निर्माण तकनीकों और न्यूनतम मुनाफा नीति से संभव हुई है।
बीमारी का स्थायी हल निकालने की कोशिश
जीएसके चीफ ग्लोबल हेल्थ ऑफिसर थॉमस ब्रेउर ने कहा कि हम भारत बायोटेक के साथ 2021 से काम कर रहे हैं ताकि मलेरिया से मुकाबले का स्थायी हल निकला जा सके।