इजराइल-ईरान तनाव से शेयर बाजार में भारी गिरावट, सेंसेक्स 1100 अंक नीचे; दो मिनट में 8 लाख करोड़ रुपये का नुकसान

 इजराइल-ईरान तनाव से शेयर बाजार में भारी गिरावट, सेंसेक्स 1100 अंक नीचे; दो मिनट में 8 लाख करोड़ रुपये का नुकसान
नई दिल्ली। इजरायल द्वारा ईरान पर किए गए सैन्य हमले से मिडिल ईस्ट में तनाव बढ़ा है। इसका असर स्पष्ट रूप से शेयर बाजार पर पड़ा है। घरेलू शेयर बाजार हफ्ते के आखिरी करोबारी दिन आज शुक्रवार 13 जून को बड़ी गिरावट के साथ खुले हैं। तीस शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स आज 1100 अंक से अधिक की गिरावट लेकर 80,427.81 पर खुला। बाजार खुलते ही इसमें बिकवाली हावी हुई। सुबह 9:24 बजे यह 963.48 अंक या 1.18 प्रतिशत की गिरावट लेकर 80,728.50 पर कारोबार कर रहा था। शेयर बाजार खुलते ही दो मिनट में निवेशकों के 8 लाख करोड़ रुपये डूब गए।
इसी तरह, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी-50 सीधा 25 हजार के लेवल से नीचे खुला। सुबह 9:27 बजे यह 246.60 अंक या 0.99 प्रतिशत की गिरावट के साथ 24,473 पर था। निफ्टी की 50 कंपनियों में से 48 के शेयर लाल निशान में थे।
शेयर बाजार में आज गिरावट की वजह
इजराइल ने शुक्रवार को ईरान पर हमला कर दिया। इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के अनुसार, इस अभियान में “ईरान के न्यूक्लियर प्रोग्राम के मुख्य भाग” को निशाना बनाया गया। इसमें नतांज परमाणु सुविधा और प्रमुख परमाणु वैज्ञानिक शामिल थे।
ऐसे समय में जब रूस-यूक्रेन के बीच तनाव जारी है और हाल ही में यह और भी बढ़ गया है, इजराइल-ईरान संघर्ष बाजारों के लिए एक नया झटका है। भू-राजनीतिक तनाव निवेशकों के लिए सबसे बड़ी चिंता का विषय बन गया है।
बाजार के जानकारों का कहना है कि तनाव और बढ़ सकता है तथा मिडिल ईस्ट में एक बड़े संघर्ष का रूप ले सकता है। नेतन्याहू ने कहा कि ईरान के खिलाफ आक्रमण “जितने दिनों तक आवश्यक होगा, जारी रहेगा। मिडिल ईस्ट से सप्लाई में व्यवधान की चिंताओं के बीच ईरान-इजरायल संघर्ष के हमले के बाद डब्ल्यूटीआई क्रूड और ब्रेंट क्रूड की कीमतों में 10 प्रतिशत से ज्यादा की वृद्धि हुई। दुनिया के सबसे बड़े कच्चे तेल आयातकों में से एक भारत विशेष रूप से कमजोर है। तेल की कीमतों में तेज उछाल देश फिस्कल के लिए अच्छी खबर नहीं है। इससे महंगाई का दबाव फिर से बढ़ा सकता है, जो हाल ही में कम हो रहा है।