नई दिल्ली। भारतीय सेना के पूर्व सैन्य महानिदेशक (DGMO) अनिल भट्ट ने कहा है कि दो देशों के सैन्य संघर्षों में ड्रोन, अंतरिक्ष, साइबरस्पेस के इस्तेमाल के कारण नए आयाम जुड़ गए हैं। पूर्व डीजीएमओ अनिल भट्ट ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) के मुद्दे पर कहा, युद्ध हो या पाकिस्तानी कब्जे वाले कश्मीर को वापस लेना, यह एक निर्णय सोच समझकर लेने का विकल्प होना चाहिए। ऑपरेशन सिंदूर का उद्देश्य पीओके को भारत में मिलाना नहीं है। पूर्व डीजीएमओ भट्ट ने कहा, युद्ध एक बहुत ही गंभीर मामला है, कोई भी देश तब युद्ध करता है जब सभी संभावित विकल्प समाप्त हो जाते हैं। उन्होंने कहा, भविष्य में हर देश को अंतरिक्ष में अपनी संपत्तियों की सुरक्षा करनी होगी और यह भी जानना होगा कि अंतरिक्ष में विरोधियों के पास कितनी ताकत और संपत्ति है।