दिल्ली आज रात 15 मिनट के लिए डूबेगी अंधेरे में: जानें मॉक ब्लैकआउट ड्रिल के पीछे की वजह और जरूरी निर्देश

 दिल्ली आज रात 15 मिनट के लिए डूबेगी अंधेरे में: जानें मॉक ब्लैकआउट ड्रिल के पीछे की वजह और जरूरी निर्देश

नई दिल्ली
राजधानी दिल्ली आज रात एक अनोखे और महत्त्वपूर्ण अभ्यास का गवाह बनेगी। दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (DDMA) और सुरक्षा एजेंसियों के संयुक्त प्रयास से आज रात 8:00 बजे से 8:15 बजे तक पूरे शहर में एक पूर्ण ब्लैकआउट मॉक ड्रिल आयोजित की जा रही है। इसका उद्देश्य युद्धकालीन या आपातकालीन परिस्थितियों में नागरिकों को तैयार करना और उन्हें आवश्यक सुरक्षा उपायों से अवगत कराना है।

क्या है यह मॉक ड्रिल?

यह मॉक ड्रिल एक युद्धकालीन ब्लैकआउट सिमुलेशन है, जिसमें पूरे शहर की बिजली अस्थायी रूप से बंद की जाएगी। इस दौरान नागरिकों को सिखाया जाएगा कि युद्ध या भारी आपदा जैसी स्थिति में अंधेरे में कैसे सुरक्षित रहा जाए।

मॉक ड्रिल के मुख्य उद्देश्य:

आपातकाल या युद्धकाल में ब्लैकआउट की रणनीति को समझाना

नागरिकों को सुरक्षा नियमों और सावधानियों का अभ्यास कराना

इमरजेंसी सर्विसेज की तत्परता को परखना

प्रशासन और आम जनता के बीच समन्वय की परख करना

नागरिकों से अपील: क्या करें, क्या न करें

अपने घर, दफ्तर और दुकान की सभी लाइटें बंद करें

बिजली से चलने वाले गैर-जरूरी उपकरण बंद रखें

प्रशासन द्वारा दिए गए दिशा-निर्देशों का पालन करें

आपातकालीन नंबर और टॉर्च आदि की उपलब्धता जांचें

क्या न करें:

निर्धारित समय में घर से बाहर निकलने से बचें

वाहन न चलाएं, विशेष रूप से हेडलाइट्स न जलाएं

किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें — यह केवल अभ्यास है

सोशल मीडिया पर भ्रामक जानकारी शेयर न करें

क्यों जरूरी है यह अभ्यास?

DDMA के अनुसार, इस तरह की मॉक ड्रिल्स न केवल आपदा प्रबंधन एजेंसियों की तैयारियों की परख करती हैं, बल्कि आम नागरिकों को भी मानसिक और व्यवहारिक रूप से संभावित आपदाओं के लिए प्रशिक्षित करती हैं। आधुनिक युद्धों में साइबर और इंफ्रास्ट्रक्चर टारगेटिंग आम होती जा रही है, ऐसे में इस तरह की तैयारी भविष्य की सुरक्षा की कुंजी हो सकती है।

प्रशासन का अनुरोध:

दिल्ली प्रशासन ने सभी नागरिकों से अपील की है कि वे इस अभ्यास में पूरी भागीदारी और सहयोग करें, ताकि शहर को किसी भी संभावित आपात स्थिति के लिए तैयार किया जा सके।