छोटी बचत योजनाओं में आरबीआई के फार्मूले से अधिक ब्याज
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Political Trust
- April 27, 2025
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नई दिल्ली। भारतीय रिजर्व बैंक ने अपनी बुलेटिन में कहा है कि छोटी बचत योजनाओं में अभी निवेशकों को तय फॉर्मूले से 0.66% तक अधिक ब्याज मिल रहा है। जिससे रेट कट के इस दौर में बैंकों के लिए डिपॉजिट जुटाना मुश्किल हो सकता है। केंद्र सरकार कई छोटी बचत योजनाओं में एक तय फॉर्मूले के तहत ब्याज देती है। नियम के तहत इन योजनाओं में निवेशकों को सरकारी प्रतिभूतियों (जी-सेक) में मिलने वाले प्रतिफल से 0.25% से लेकर 1% तक अधिक ब्याज दिया जाता है। सरकारी फॉर्मूले के आधार पर 1% स्प्रेड जोडऱप 5 साल की अवधि वाले सीनियर सिटीजन सेंविंग स्कीम की ब्याज दरें 7.62% होनी चाहिए, जबकि अभी इस स्कीम में 8.20% ब्याज मिल रहा है। निवेश सलाहकारों का कहना है कि निवेशकों को अभी ऊंची ब्याज दरों का फायदा उठाने के लिए अधिक रिटर्न वाले बैंक एफडी और स्मॉल सेविंग स्कीम्स में निवेश करना चाहिए।
ये छोटे छोटे बैंक दे रहे अधिक ब्याज
नॉर्थ ईस्ट एसएफबी 9.0%
यूनिटी एसएफबी 8.60%
सूर्योदय लघु वित्त बैंक 8.60%
उत्कर्ष लघु वित्त बैंक 8.50%
शिवालिक एसएफबी 8.30%
जना स्मॉल फाइनेंस बैंक 8.25%
उज्जीवन एसएफबी 8.25%
इक्विटास एसएफबी 8.05%
छोटी बचत योजनाओं में ब्याज
टाइम डिपॉजिट (5 साल) 7.5%
सुकन्या समृद्धि योजना 8.2%
नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट 7.7%
पब्लिक प्रोविडेंट फंड 7.1%
रिकरिंग डिपॉजिट 6.7%
किसान विकास पत्र 7.5%
सी. सि. सेविंग्स स्कीम 8.2%
मंथली इनकम स्कीम 7.4%