देसी घी’ रखता है पेट से लेकर बालों तक का ख्याल, गुण ऐसे कि जानकार हो जाएंगे हैरान

 देसी घी’ रखता है पेट से लेकर बालों तक का ख्याल, गुण ऐसे कि जानकार हो जाएंगे हैरान

Political Trust Magazine

नई दिल्ली। घर की रसोई को औषधियों की खान कहा जाए तो ऐसा कहना गलत नहीं है। रसोई में मौजूद मसाले न केवल स्वाद बढ़ाता है बल्कि सेहत के लिए फायदेमंद होता है। ऐसे ही रसोई में मौजूद ‘देसी घी’ पाचन को बेहतर बनाने, इम्यूनिटी बढ़ाने और त्वचा व बालों को पोषण देने में मदद करता है। आयुर्वेद में ‘देसी घी’ को औषधीय गुणों वाला माना जाता है। ‘देसी घी’ में मौजूद हेल्दी फैट्स और विटामिन्स इसे एक संतुलित आहार का महत्वपूर्ण हिस्सा बनाते हैं। आइए, जानते हैं इससे जुड़े फायदों के बारे में।
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन ने भी घी को सेहत के लिए ‘लोहा’ समान बताया गया है। नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन (जनवरी, 2024) में प्रकाशित रिपोर्ट ने आयुर्वेद के हवाले से कहा है कि देसी घी दिमागी सेहत के लिए बहुत फायदेमंद है। प्राचीन आयुर्वेदिक ग्रंथों के अनुसार याददाश्त, बुद्धि बढ़ाने के साथ ही मिर्गी और पागलपन जैसी मस्तिष्क से जुड़ी व्याधियों के इलाज में ये खासा उपयोगी होता है । भारतीय घरों में सदियों से ‘देसी घी’ का इस्तेमाल होता आ रहा है। चरक संहिता में इसे रामबाण और अमृत समान भी बताया गया है। इसमें विटामिन ए, विटामिन डी और ओमेगा-3 फैटी एसिड जैसे पोषक तत्व बहुत पाए जाते हैं, जो त्वचा, आंखों और इम्यून सिस्टम को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं। पाचन के लिए ‘देसी घी’ बहुत फायदेमंद माना जाता है, पाचन तंत्र को मजबूत करने के साथ ही पेट की जलन को भी कम करने का काम करता है और भोजन को पचाने में भी काफी कारगर साबित होता है।