नीति आयोग की बड़ी रिपोर्ट

 नीति आयोग की बड़ी रिपोर्ट

नई दिल्ली – नीति आयोग ने हाल ही में ‘भारत का हस्त और विद्युत उपकरण क्षेत्र: 25 बिलियन डॉलर से अधिक निर्यात क्षमता का दोहन’ शीर्षक से एक महत्वपूर्ण रिपोर्ट जारी की है। इस रिपोर्ट में बताया गया है कि भारत के हाथ और बिजली उपकरण उद्योग में इतनी ताकत है कि आने वाले दस वर्षों में यह 25 बिलियन डॉलर (करीब 2 लाख करोड़ रुपये) का निर्यात कर सकता है और करीब 35 लाख नई नौकरियां पैदा कर सकता है।

🌍 वैश्विक बाजार में भारत की हिस्सेदारी बहुत कम

रिपोर्ट के अनुसार, दुनिया भर में हाथ और बिजली उपकरणों का बाजार साल 2035 तक 190 बिलियन डॉलर तक पहुंच सकता है। लेकिन अभी भारत की हिस्सेदारी बेहद कम है:

  • हाथ के औजारों में सिर्फ 1.8% (600 मिलियन डॉलर)
  • बिजली उपकरणों में मात्र 0.7% (470 मिलियन डॉलर)

वहीं चीन अकेले ही इस बाजार पर भारी कब्जा जमाए बैठा है:

  • हाथ उपकरणों में 50%
  • बिजली उपकरणों में 40%

🇮🇳 भारत कैसे बनेगा ग्लोबल मैन्युफैक्चरिंग हब?

नीति आयोग की रिपोर्ट बताती है कि अगर सही नीति और समर्थन मिले, तो भारत इस उद्योग में बड़ी छलांग लगा सकता है। इसके लिए तीन अहम कदम सुझाए गए हैं:

  1. विश्वस्तरीय क्लस्टर बनाना
    4000 एकड़ में 3-4 आधुनिक औद्योगिक क्षेत्र बनाए जाएं जहाँ फैक्टरी, श्रमिक आवास और ढांचा बेहतर हो। ये क्लस्टर पीपीपी मॉडल से चलेंगे।
  2. बाजार सुधार
    • कच्चे माल पर आयात शुल्क कम करना
    • स्टील व मशीनरी पर QCO नियमों को आसान बनाना
    • लेबर लॉ और बिल्डिंग रेगुलेशन में सुधार करना
  3. कॉस्ट सपोर्ट देना
    अगर जरूरी सुधार नहीं हुए तो सरकार को 8,000 करोड़ रुपये की लागत सहन करनी पड़ सकती है, लेकिन यह एक निवेश होगा जिससे टैक्स के रूप में 2-3 गुना फायदा मिल सकता है।

🚀 क्यों है ये सेक्टर इतना महत्वपूर्ण?

रिपोर्ट कहती है कि हाथ और बिजली उपकरण उद्योग भारत को ‘वैश्विक निर्माण केंद्र (Global Manufacturing Hub)’ बनाने के मिशन में अहम भूमिका निभा सकता है। इससे ‘मेक इन इंडिया’ पहल को नई ऊर्जा मिलेगी और भारत को 2047 तक विकसित राष्ट्र बनाने के सपने को मजबूती मिलेगी।