एनटीपीसी ने ऑयल, गैस और पावर वर्ल्ड एक्सपो 2025 में दिखाई अपनी ऊर्जा क्षेत्र की ताकत

 एनटीपीसी ने ऑयल, गैस और पावर वर्ल्ड एक्सपो 2025 में दिखाई अपनी ऊर्जा क्षेत्र की ताकत

एनटीपीसी ने ऑयल गैस एंड पावर वर्ल्ड एक्सपो 2025 में प्लैटिनम पार्टनर के रूप में अत्याधुनिक नवाचारों का प्रदर्शन किया

देश की सबसे बड़ी बिजली उत्पादन कंपनी एनटीपीसी ने ऑयल गैस एंड पावर वर्ल्ड एक्सपो 2025 में प्लैटिनम पार्टनर के रूप में हिस्सा लिया और अपने नए और आधुनिक ऊर्जा समाधानों का शानदार प्रदर्शन किया। यह तीन दिवसीय प्रदर्शनी 5 मार्च से मुंबई में रसायन तकनीक (केमटेक) द्वारा आयोजित की गई थी।

इस कार्यक्रम का उद्देश्य ऊर्जा, तेल, गैस और बिजली क्षेत्र में हो रहे बदलावों, नई तकनीकों और हरित ऊर्जा की दिशा में उठाए गए कदमों को सामने लाना था। इसमें देश-विदेश के 15,000 से ज्यादा ऊर्जा विशेषज्ञ, नीति निर्माता और निवेशक शामिल हुए।

 


एनटीपीसी का मंडप बना आकर्षण का केंद्र

एनटीपीसी के मंडप का उद्घाटन क्षेत्रीय कार्यकारी निदेशक (पश्चिम-I) श्री कमलेश सोनी और परियोजना निदेशक (माही बांसवाड़ा परमाणु परियोजना) एवं कार्यकारी निदेशक (परमाणु) श्री प्रसेनजीत पाल ने किया।

एनटीपीसी ने अपने स्टॉल पर तीन प्रमुख तकनीकों को दिखाया:

  1. अपशिष्ट से ऊर्जा संयंत्र – जिसमें शहरों से निकले ठोस कचरे को बिजली में बदला जा सकता है।
  2. कार्बन डाइऑक्साइड से मेथनॉल बनाने की तकनीक – जिससे हानिकारक गैसों को पकड़कर उपयोगी ईंधन में बदला जाता है।
  3. हरित हाइड्रोजन और अक्षय ऊर्जा परियोजनाएं – जैसे सौर और पवन ऊर्जा, जो भविष्य में कोयले पर निर्भरता को कम करेंगी।

भारत के स्वच्छ ऊर्जा लक्ष्य की दिशा में अहम कदम

श्री कमलेश सोनी ने कहा,

“एनटीपीसी देश में ऊर्जा क्षेत्र को साफ, सुरक्षित और टिकाऊ बनाने के लिए पूरी तरह समर्पित है। यह प्रदर्शनी हमारे नवाचार और प्रयासों को लोगों तक पहुँचाने का एक बेहतरीन मंच है।”

श्री प्रसेनजीत पाल ने भी कहा,

“जैसे-जैसे भारत हरित ऊर्जा की ओर बढ़ रहा है, एनटीपीसी नई तकनीकों के साथ आगे बढ़ रहा है। हमारे मॉडल यह दिखाते हैं कि हम कैसे प्रदूषण कम करने और पर्यावरण को बचाने के लिए आधुनिक समाधान अपना रहे हैं।”


हरित भविष्य की ओर एक मजबूत कदम

यह आयोजन न केवल कंपनियों को अपनी तकनीकों को दिखाने का मौका देता है, बल्कि यह सरकार और उद्योगों के बीच सहयोग बढ़ाने का भी एक मंच है। एनटीपीसी की भागीदारी से यह साफ हो गया है कि कंपनी देश को स्वच्छ ऊर्जा की दिशा में ले जाने और हरित भविष्य का निर्माण करने के लिए पूरी तरह तैयार है।

एनटीपीसी की इस पहल ने यह साबित किया है कि भारत की ऊर्जा कंपनियां अब केवल बिजली उत्पादन तक सीमित नहीं, बल्कि पर्यावरण की रक्षा, टिकाऊ विकास और हरित ऊर्जा के क्षेत्र में भी वैश्विक स्तर पर अपनी पहचान बना रही हैं।

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