प्रधानमंत्री इंटर्नशिप योजना के चौथे, कैंडिडेट ओपन हाउस में युवाओं ने साझा किए प्रेरक अनुभव

ओएनजीसी और महिंद्रा जैसी शीर्ष कंपनियों की भागीदारी
Report by Nimmi Thakur
नई दिल्ली, — कॉर्पोरेट कार्य मंत्रालय द्वारा आयोजित प्रधानमंत्री इंटर्नशिप योजना के चौथे कैंडिडेट ओपन हाउस ने एक बार फिर देश के युवाओं की आकांक्षाओं, अनुभवों और विकास की यात्रा को राष्ट्रीय मंच पर प्रस्तुत किया। यह कार्यक्रम डिजिटल माध्यम से आयोजित किया गया, जिसमें वर्तमान प्रशिक्षुओं ने अपने इंटर्नशिप अनुभव साझा किए और योजना से मिले अवसरों की सराहना की।
इंटर्नशिप योजना: युवाओं के उज्जवल भविष्य की नींव
प्रधानमंत्री इंटर्नशिप योजना, भारत सरकार की एक महत्वाकांक्षी पहल है, जिसका उद्देश्य देश के युवाओं को प्रतिष्ठित कंपनियों के साथ पेशेवर प्रशिक्षण देकर उनकी रोज़गार क्षमता और व्यावसायिक दक्षता को सशक्त बनाना है। यह योजना न केवल तकनीकी ज्ञान प्रदान करती है, बल्कि सॉफ्ट स्किल, आत्मविश्वास और नेतृत्व कौशल को भी प्रोत्साहित करती है।
ओएनजीसी और महिंद्रा जैसी शीर्ष कंपनियों की भागीदारी
इस ओपन हाउस में तेल एवं प्राकृतिक गैस निगम (ONGC) के कौशल विकास प्रमुख श्री अनिल बहुगुणा ने विस्तार से बताया कि कैसे ONGC जैसी कंपनियाँ न केवल तकनीकी प्रशिक्षण देती हैं, बल्कि प्रशिक्षुओं के समग्र व्यक्तित्व विकास के लिए भी सक्रिय पहल करती हैं।
इससे पहले के संस्करण में महिंद्रा समूह के प्रशिक्षण प्रमुख श्री डॉन लुईस ने इंटर्नशिप के व्यावसायिक फायदों पर प्रकाश डाला था।
प्रशिक्षुओं की प्रेरक कहानियाँ
विलकिलिंटन देओरी और अदिति कश्यप – जोरहाट (ONGC प्रशिक्षु)
विलकिलिंटन ने इंटर्नशिप को एक अनुशासित जीवनशैली का जरिया बताया, वहीं अदिति, जो हाइड्रोकार्बन डेटा प्रोसेसिंग में ‘जियोडेस्क’ सॉफ्टवेयर पर कार्य कर रही हैं, ने कहा कि उन्हें अब सिद्धांत के साथ-साथ व्यावहारिक अनुभव भी मिल रहा है।
जया ऐश्वर्या – कराईकल, पुडुचेरी
जया, जो प्रतिदिन 30 किमी की यात्रा कर इंटर्नशिप स्थल पहुंचती हैं, उनके समर्पण को देखते हुए श्री बहुगुणा ने उनके लिए निवास सुविधा उपलब्ध कराने की पेशकश की। जया ने आत्मविश्वास के साथ अंग्रेज़ी और तमिल में अपने विचार साझा किए।
अवि राणा – दिल्ली
अवि ने बताया कि ONGC में विविध विषयों पर प्रशिक्षण सत्र आयोजित किए गए, जिनमें मानव संसाधन, वित्त, संचार कौशल और प्रस्तुति तकनीक जैसे सॉफ्ट स्किल्स पर विशेष ध्यान दिया गया। उन्होंने अपने मंच के डर पर विजय पाई और अब एक आत्मविश्वासी पेशेवर के रूप में खुद को देखती हैं।
आदित्य और वेंकट – आंध्र प्रदेश
इन प्रशिक्षुओं ने बताया कि ONGC में कार्यस्थल पर खुले संवाद और सहयोगात्मक वातावरण ने उन्हें सहज महसूस कराया। उन्हें भोजन भत्ता, आवास और यात्रा जैसी सुविधाएं भी दी गई हैं, जिससे इंटर्नशिप और भी प्रभावी बनी है।
सशक्त भागीदारी और लाभकारी सुविधाएं
ONGC सहित 200 से अधिक कंपनियाँ इस योजना में भाग ले रही हैं, जो प्रशिक्षुओं को भोजन, यात्रा, आवास सहायता, सुरक्षा उपकरण, दुर्घटना बीमा और मासिक भत्ते जैसी सुविधाएं प्रदान कर रही हैं।
ONGC में पूर्व हॉकी खिलाड़ी राजदीप सिंह जैसे अनुभवी अधिकारी भी प्रशिक्षुओं के साथ सत्र आयोजित करते हैं, जिसमें जीवन कौशल और अनुशासन का पाठ पढ़ाया जाता है।
रोजगार की संभावनाएँ और सेवा प्रदाताओं की भागीदारी
श्री बहुगुणा ने बताया कि ONGC इंटर्नशिप के बाद प्रशिक्षुओं को स्थायी रोजगार देने की दिशा में भी कदम उठा रहा है। इसके लिए वे अपने सेवा प्रदाताओं के अनुबंधों में संशोधन कर रहे हैं, ताकि योग्य प्रशिक्षुओं को रोजगार के अवसर मिल सकें।
पायलट चरण का दूसरा दौर शुरू, आवेदन की अंतिम तिथि 15 अप्रैल
कॉर्पोरेट कार्य मंत्रालय (MCA) ने बताया कि प्रधानमंत्री इंटर्नशिप योजना के पायलट चरण के दूसरे दौर के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू हो चुकी है और इच्छुक एवं पात्र युवा 15 अप्रैल, 2025 तक आवेदन कर सकते हैं।
उम्मीदवारों से अनुरोध किया गया है कि वे योजना के पोर्टल पर नियमित लॉग इन करके अपने आवेदन की स्थिति की जांच करें