चीन और ताइवान के सीमा पर स्थिति गंभीर, उड़ानें रद्द सामान्य लोगों पर असर

 चीन और ताइवान के सीमा पर स्थिति गंभीर, उड़ानें रद्द सामान्य लोगों पर असर

हांगकांग। चीन और ताइवान के सीमा पर स्थिति और गंभीर होती हुई दिख रही है। कारण है कि चीन का सैन्य अभ्यान ‘जस्टिस मिशन 2025’। जहां चीन ने लगातार ताइवान के चारों ओर बड़े पैमाने पर लाइव-फायर सैन्य अभ्यास किया। मिसाइलें पहले से ज्यादा ताइवान के पास गिरीं। अभ्यास के कारण 941 उड़ानों में देरी या रद्दी और मछुआरों की रोजमर्रा की जिंदगी प्रभावित हुई। चीन और ताइवान के बीच सीमा पर तनाव और बढ़ गया है, जिसके चलते ताइवान जलडमरूमध्य एक बार फिर युद्ध जैसे हालात की आहट से गूंज उठा है। आज इस सैन्य अभ्यास का तीसरा दिन और स्थिति अभी भी तनावपूर्ण बनी हुई है। कारण है कि इससे पहले चीन ने ताइवान के चारों ओर बड़े पैमाने पर सैन्य अभ्यास कर ताकत का प्रदर्शन किया। इस अभ्यास में चीन की वायुसेना, नौसेना और मिसाइल इकाइयों ने मिलकर लाइव-फायर ड्रिल (सीधे हथियारों से अभ्यास) की। इस दौरान चीन ने लाइव फायरिंग भी की। बता दें कि चीन ने इस अभियान को ‘जस्टिस मिशन 2025’ नाम दिया है।

चीन का कहना है कि यह अभ्यास ताइवान को समर्थन देने वाली बाहरी ताकतों को चेतावनी देने के लिए किया गया है। ताइवान के अधिकारियों ने बताया कि इस बार चीनी मिसाइलें और रॉकेट पहले से ज्यादा ताइवान के करीब गिरे, जिससे चिंता और बढ़ गई है।

सामान्य लोगों पर दिखा असर

चीन के ये अभ्यास सिर्फ सैन्य दबाव नहीं बना रहे हैं, बल्कि लोगों की रोजमर्रा की जिंदगी पर भी असर डाल रहे हैं। ताइवान की नागरिक विमान सेवा ने ताइवान जलडमरूह क्षेत्र के आसपास सात खतरनाक जोन बनाए जाने की सूचना दी। चार अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों के लगभग 150 उड़ानों का समय बदला गया, उनमें देरी या रद्द भी हुई। इतना ही नहीं सिर्फ मंगलवार को ताइवान में 941 उड़ानों पर असर पड़ा। ऐसे में साफ तौर पर देखा जा रहा है कि चीन की सैन्य अभ्यास आम लोगों की यात्रा और काम-काज को भी प्रभावित कर रहे हैं।

दूसरी ओर ताइवान के मछुआरों को चीन के अभ्यास की वजह से काम करने में दिक्कत हो रही है। केलुंग डिस्ट्रिक्ट फिशरमेन एसोसिएशन ने हर घंटे रेडियो पर सूचना दी कि कौन-सी जगह पर अभ्यास हो रहा है ताकि मछुआरे सुरक्षित रहें। मछुआरों की आमदनी और जीवन पर इससे सकारात्मक असर नहीं, बल्कि नुकसान हुआ।