अप्रैल से दिसंबर के बीच 45 करोड़ का रिफंड, ई-कॉमर्स से दिलाई धनराशि

 अप्रैल से दिसंबर के बीच 45 करोड़ का रिफंड, ई-कॉमर्स से दिलाई धनराशि

नई दिल्ली। उपभोक्ता मामलों के विभाग ने अप्रैल से दिसंबर के बीच 45 करोड़ रुपये से अधिक की धनराशि उपभोक्ताओं को वापस दिलाई। ई-कॉमर्स क्षेत्र से सर्वाधिक 32 करोड़ रुपये का रिफंड मिला।

उपभोक्ता मामलों के विभाग ने लगातार ग्राहकों को मजबूत बनाने पर जोर दिया है। 25 अप्रैल से लेकर 26 दिसंबर तक 31 क्षेत्रों में 45 करोड़ रुपये की राशि ग्राहकों को वापस दिलाई गई है। हेल्पलाइन पर वापसी दावों से संबंधित 67,265 शिकायतों का पिछले 8 महीने में प्रभावी ढंग से समाधान किया गया। इसमें सबसे अधिक 32 करोड़ की रकम ई-कॉमर्स क्षेत्र की है। 39,965 शिकायतें इस क्षेत्र के खिलाफ विभाग को मिलीं थीं। कुल रिफंड में 85 प्रतिशत से अधिक का योगदान देने में शीर्ष पांच क्षेत्र रहे।

उपभोक्ता मामलों के विभाग की सचिव निधि खरे ने कहा, यात्रा और पर्यटन क्षेत्र दूसरे स्थान पर रहे हैं। इनमें 4,050 शिकायतें मिलीं थीं जिनके तहत ग्राहकों को 3.5 करोड़ रुपये की रकम वापस दिलाई गई है। उपभोक्ताओं की यह शिकायतें राष्ट्रीय उपभोक्ता हेल्पलाइन (एनसीएच) पर मिलीं हैं। इन शिकायतों से आयोगों पर बोझ कम होता है और विवादों का तुरंत निपटान किया जाता है। खरे के मुताबिक, ई-कॉमर्स क्षेत्र में रिफंड से संबंधित शिकायतें देश के कोने-कोने से हेल्पलाइन को प्राप्त हुईं, जो इसकी व्यापक पहुंच और सुलभता को दर्शाती हैं।

शिकायतें बड़े महानगरों से लेकर दूरदराज के कस्बों और कम आबादी वाले क्षेत्रों तक फैली हुई थीं। उदाहरण के तौर पर जोधपुर के एक उपभोक्ता ने एक ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म से खराब कुर्सियां मिलने के बाद शिकायत दर्ज कराई। उपभोक्ता ने कंपनी से संपर्क किया, लेकिन पिकअप पांच बार रद्द कर दिया गया। एनसीएच के हस्तक्षेप से मामले का तुरंत समाधान किया गया और उपभोक्ता को पूरा रिफंड मिला।