पहाड़ों पर बर्फबारी से मैदानी इलाकों में कोहरे का कहर, बारिश का अलर्ट

 पहाड़ों पर बर्फबारी से मैदानी इलाकों में कोहरे का कहर, बारिश का अलर्ट

नई दिल्ली। पश्चिमी विक्षोभ के असर से पहाड़ी राज्यों में भारी बर्फबारी और मैदानी इलाकों में घना कोहरा छाया है। दिल्ली-एनसीआर समेत कई राज्यों में शीतलहर और बारिश-बर्फबारी की चेतावनी जारी।

पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता से पश्चिम से लेकर पूर्वोत्तर तक हिमालयी क्षेत्रों में मौसम बदल गया है। कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड की चोटियों पर हिमपात हुआ है। वहीं, मैदान में कोहरे के कहर और शीत लहर ने जनजीवन बुरी तरह प्रभावित किया है। उत्तर प्रदेश के 18 समेत देश के विभिन्न राज्यों में 30 से अधिक जिलों में शनिवार सुबह कई जगह दृश्यता शून्य से 50 मीटर रही। इसका सीधा असर सड़क, रेल और हवाई यातायात पर पड़ा। कई ट्रेनें देरी से चलीं और उड़ानों पर भी असर पड़ा।

मौसम विभाग के अनुसार, जम्मू-कश्मीर के उधमपुर, पंजाब के अमृतसर और जालंधर, उत्तर प्रदेश के प्रयागराज, कुशीनगर, शाहजहांपुर, बरेली, अलीगढ़ और मुरादाबाद जिलों में बहुत घना कोहरा छाया रहा और दृश्यता शून्य दर्ज की गई। फिलहाल ठंड और कोहरे से राहत मिलती नहीं दिख रही। मौसम विभाग ने दिल्ली-एनसीआर में कोहरे का यलो अलर्ट जारी किया है।

रविवार को आसमान में आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे। शनिवार को अधिकतम पारा सामान्य से 1.6 डिग्री सेल्सियस अधिक के साथ 22.3 और न्यूनतम तापमान 7.8 डिग्री दर्ज हुआ। वहीं, हिमाचल प्रदेश में 30 दिसंबर तक, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और उत्तर प्रदेश में 31 दिसंबर तक रात और सुबह के समय घने से बहुत घने कोहरे की चेतावनी दी गई है। 30 दिसंबर से 2 जनवरी के बीच हिमाचल में हल्की बारिश और बर्फबारी की संभावना है।

सोनमर्ग में पारा माइनस 5 डिग्री

तापमान में गिरावट व चोटियों पर बर्फबारी से कश्मीर घाटी में रातें फिर ठंडी हो गई हैं। कई जगहों पर न्यूनतम पारा शून्य से नीचे चला गया है। सोनमर्ग माइनस 5 डिग्री सेल्सियस के साथ सबसे ठंडा रहा। वहीं, श्रीनगर में यह शून्य से नीचे 2.6 डिग्री दर्ज किया गया। कश्मीर में नए साल पर भी बर्फबारी के आसार हैं।

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार नोएडा और गाजियाबाद में एक्यूआई क्रमश: 409 व 415 रहा, जो गंभीर श्रेणी में आता है। वहीं, दिल्ली का एक्यूआई 395 और ग्रेटर नोएडा का 390 दर्ज किया गया। दिल्ली-एनसीआर में हवा में मौजूद प्रदूषकों में पीएम 2.5 की प्रमुखता रही। गाजियाबाद व मेरठ में पीएम 10 की भी मौजूदगी पाई गई।