रक्षा सौदों में रिश्वतखोरी मामले में सेना के अधिकारी समेत दो गिरफ्तार, नकदी बरामद
नई दिल्ली। रक्षा सौदों में भ्रष्टाचार के गंभीर मामले में सीबीआई ने सेना के एक अधिकारी और एक निजी व्यक्ति की गिरफ्तारी किया है। इस कार्रवाई के बाद रक्षा मंत्रालय ने भ्रष्टाचार के खिलाफ केंद्र सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति पर जोर दिया। मंत्रालय ने बयान जारी कर बताया कि सरकार की नीति भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की है। जांच में करोड़ों रुपये नकद बरामद हुए हैं और मामले में कई अन्य लोगों की भूमिका की भी जांच चल रही है।
केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने लेफ्टिनेंट कर्नल दीपक कुमार शर्मा और एक निजी व्यक्ति विनोद कुमार को गिरफ्तार किया। लेफ्टिनेंट कर्नल शर्मा उस समय रक्षा मंत्रालय के डिफेंस प्रोडक्शन विभाग में डिप्टी प्लानिंग ऑफिसर के पद पर तैनात थे।
जानिए क्या है मामला?
मामले में सीबीआई के अनुसार, यह मामला रिश्वत लेने और आपराधिक साजिश से जुड़ा है। आरोप है कि लेफ्टिनेंट कर्नल शर्मा निजी रक्षा कंपनियों से रिश्वत लेकर उन्हें सरकारी मंजूरियों और अन्य फायदे दिलाने में मदद कर रहे थे। सीबीआई ने बताया कि शर्मा का संपर्क एक दुबई की रक्षा कंपनी से था। इस कंपनी के भारतीय कामकाज को संभाल रहे राजीव यादव और रवजीत सिंह से उनकी लगातार बातचीत होती थी। ये दोनों बंगलूरू में रहते हैं।
पत्नी का नाम एफआईआर में
इस मामले में लेफ्टिनेंट कर्नल शर्मा की पत्नी कर्नल काजल बाली का नाम भी एफआईआर में दर्ज किया गया है। वह इस समय राजस्थान के श्रीगंगानगर में 16 इन्फैंट्री डिवीजन ऑर्डनेंस यूनिट की कमांडिंग ऑफिसर के पद पर तैनात हैं। इसके अलावा कुछ अन्य अज्ञात लोगों और एक दुबई की कंपनी को भी आरोपी बनाया गया है।
