एयरलाइन के मैनेजमेंट को फटकार, 15 दिन में देनी होगी रिपोर्ट
- दिल्ली राष्ट्रीय
Political Trust
- December 5, 2025
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नई दिल्ली। देश की सबसे बड़ी एयरलाइन कंपनी इंडिगो की मुश्किलें लगातार बढ़ रही हैं। क्रू की कमी समेत अलग-अलग कारणों से इंडिगो को दो दिन में अपनी 550 से ज्यादा उड़ानें रद्द करनी पड़ीं हैं। सरकार अब इस मामले पर सख्त हो गई है। इंडिगो ने अपने नेटवर्क में दो दिनों तक व्यापक व्यवधान के बाद माफी मांगी है।
देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो इन दिनों बड़े ऑपरेशनल संकट झेल रही है। बीते कुछ दिनों से रोज़ 170–200 उड़ानें रद्द हो रही हैं। इसका सीधा असर हजारों यात्रियों पर पड़ा है। इस बीच गुरुवार को नागरिक उड्डयन मंत्री ने इंडिगो के टॉप मैनेजमेंट के साथ हाई-लेवल बैठक की। इस बैठक में सरकार ने एयरलाइन को कड़ी फटकार लगाई। सरकार ने एयरलाइंस से पूछा कि इतने बड़े ऑपरेशनल ब्रेकडाउन से पहले जरूरी तैयारी क्यों नहीं की गई। नागरिक उड्डयन मंत्रालय के अधिकारियों ने साफ कहा कि प्लानिंग में हुई ऐसी चूक स्वीकार्य नहीं है। यात्रियों को होने वाली परेशानी किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी। अपने नेटवर्क में दो दिनों तक व्यापक व्यवधान के बाद इंडिगो ने माफी मांगी है।
सरकार ने एयरलाइन को निर्देश दिया है कि अब हर 15 दिन में भर्ती, ट्रेनिंग, रोस्टर प्लानिंग और ऑपरेशनल सुधार की विस्तृत रिपोर्ट देनी होगी। वहीं डीजीसीए ने साफ कर दिया है कि इंडिगो को अपना क्रू मैनेजमेंट सिस्टम तुरंत दुरुस्त करना होगा।डीजीसीए और मंत्रालय की संयुक्त समीक्षा में यह साफ हुआ कि इंडिगो की हाल की अव्यवस्था की बड़ी वजह फेस-टू एफ़डीटीएल के नियमों को लागू करते समय की गई कमजोर प्लानिंग थी। रात की ड्यूटी और नए प्रतिबंधों के प्रभाव का एयरलाइन सही आकलन नहीं कर सकी। इंडिगो ने भी माना कि उसकी योजना में बड़ी चूक हुई और अनुमान से कहीं ज्यादा पायलट व क्रू की जरूरत पड़ गई।
इंडिगो ने 10 फरवरी 2026 तक एफडीटीएल के कुछ नियमों में अस्थायी राहत देने की मांग की है। इसमें खासकर नाइट ड्यूटी की परिभाषा और उस पर लागू प्रतिबंधों में ढील के लिए। एयरलाइन का कहना है कि इससे संचालन स्थिर करने में मदद मिलेगी। साथ ही इंडिगो ने भरोसा दिया है कि 10 फरवरी 2026 तक उसकी सभी उड़ानें सामान्य स्थिति में लौट आएं।
सरकार ने एयरलाइन को निर्देश दिया है कि अब हर 15 दिन में भर्ती, ट्रेनिंग, रोस्टर प्लानिंग और ऑपरेशनल सुधार की विस्तृत रिपोर्ट देनी होगी। वहीं डीजीसीए ने साफ कर दिया है कि इंडिगो को अपना क्रू मैनेजमेंट सिस्टम तुरंत दुरुस्त करना होगा।डीजीसीए और मंत्रालय की संयुक्त समीक्षा में यह साफ हुआ कि इंडिगो की हाल की अव्यवस्था की बड़ी वजह फेस-टू एफ़डीटीएल के नियमों को लागू करते समय की गई कमजोर प्लानिंग थी। रात की ड्यूटी और नए प्रतिबंधों के प्रभाव का एयरलाइन सही आकलन नहीं कर सकी। इंडिगो ने भी माना कि उसकी योजना में बड़ी चूक हुई और अनुमान से कहीं ज्यादा पायलट व क्रू की जरूरत पड़ गई।
इंडिगो ने 10 फरवरी 2026 तक एफडीटीएल के कुछ नियमों में अस्थायी राहत देने की मांग की है। इसमें खासकर नाइट ड्यूटी की परिभाषा और उस पर लागू प्रतिबंधों में ढील के लिए। एयरलाइन का कहना है कि इससे संचालन स्थिर करने में मदद मिलेगी। साथ ही इंडिगो ने भरोसा दिया है कि 10 फरवरी 2026 तक उसकी सभी उड़ानें सामान्य स्थिति में लौट आएं।
