मूसलाधार बारिश से तमिलनाडु के तटीय क्षेत्र बेहाल
- दिल्ली राष्ट्रीय
Political Trust
- December 3, 2025
- 0
- 37
- 1 minute read
नई दिल्ली। तटीय तमिलनाडु और राज्य के कुछ आंतरिक हिस्सों में बुधवार को भारी बारिश हुई। इसके साथ ही भारी बारिश की आशंका को देखते हुए प्रशासन ने आज कई जिलों में स्कूलों और कॉलेजों में अवकाश की घोषणा की है। चेन्नई और पड़ोसी तिरुवल्लूर, चेंगलपट्टू और कांचीपुरम जिलों में भारी बारिश हुई, जिससे आवासीय क्षेत्रों और मुख्य सड़कों पर अचानक जलभराव हो गया। चेन्नई के उपनगरीय क्षेत्र रेड हिल्स में नौ लोगों को अग्निशमन एवं बचाव सेवा विभाग के कर्मियों ने नावों के माध्यम से बचाया और राहत शिविरों में ठहराया।
तीन दिन से हो रही बारिश
बुधवार को इस सप्ताह का लगातार तीसरा बारिश वाला दिन रहा, हालांकि राज्य के कुछ हिस्सों में पिछले सप्ताह से ही बारिश हो रही है, जिससे छोटे व्यापारियों की आजीविका पर असर पड़ी है। यहां के निवासियों की आवाजाही भी बाधित हो रही है।
शिविर में मुफ्त भोजन कराया गया
रामनाथपुरम में भारी बाढ़ जारी रही, जबकि चेन्नई के नुंगमबक्कम, पेरम्बूर, व्यासरपडी और किलपौक के निवासियों को घुटनों तक पानी से होकर गुजरना पड़ा। ग्रेटर चेन्नई कॉर्पोरेशन के एक अधिकारी ने बताया कि नगर निगम पानी निकालने और यातायात सामान्य करने में लगा है। उन्होंने कहा, “हम यह सुनिश्चित करने की कोशिश कर रहे हैं कि सबवे पानी में न डूबें जिससे लोगों को परेशानी हो।” उन्होंने कहा कि 200 से अधिक राहत शिविरों में मुफ्त भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है, जहां बाढ़ से विस्थापित परिवारों को अस्थायी रूप से ठहराया गया है।
मौसम विभाग ने इस प्रणाली से संबंधित बुलेटिन में कहा कि अगले 24 घंटों के दौरान इसके उत्तर तटीय तमिलनाडु और पुडुचेरी से होते हुए धीरे-धीरे दक्षिण-पश्चिम की ओर बढ़ेगा, जिससे कम दबाव वाले क्षेत्र में तब्दील होने की संभावना है। विल्लुपुरम, कुड्डालोर, तिरुवन्नामलाई में भी अल्प अंतराल के साथ भारी बारिश हुई, क्योंकि दबाव का क्षेत्र अंदर की ओर बढ़ रहा था।
बुधवार को इस सप्ताह का लगातार तीसरा बारिश वाला दिन रहा, हालांकि राज्य के कुछ हिस्सों में पिछले सप्ताह से ही बारिश हो रही है, जिससे छोटे व्यापारियों की आजीविका पर असर पड़ी है। यहां के निवासियों की आवाजाही भी बाधित हो रही है।
शिविर में मुफ्त भोजन कराया गया
रामनाथपुरम में भारी बाढ़ जारी रही, जबकि चेन्नई के नुंगमबक्कम, पेरम्बूर, व्यासरपडी और किलपौक के निवासियों को घुटनों तक पानी से होकर गुजरना पड़ा। ग्रेटर चेन्नई कॉर्पोरेशन के एक अधिकारी ने बताया कि नगर निगम पानी निकालने और यातायात सामान्य करने में लगा है। उन्होंने कहा, “हम यह सुनिश्चित करने की कोशिश कर रहे हैं कि सबवे पानी में न डूबें जिससे लोगों को परेशानी हो।” उन्होंने कहा कि 200 से अधिक राहत शिविरों में मुफ्त भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है, जहां बाढ़ से विस्थापित परिवारों को अस्थायी रूप से ठहराया गया है।
मौसम विभाग ने इस प्रणाली से संबंधित बुलेटिन में कहा कि अगले 24 घंटों के दौरान इसके उत्तर तटीय तमिलनाडु और पुडुचेरी से होते हुए धीरे-धीरे दक्षिण-पश्चिम की ओर बढ़ेगा, जिससे कम दबाव वाले क्षेत्र में तब्दील होने की संभावना है। विल्लुपुरम, कुड्डालोर, तिरुवन्नामलाई में भी अल्प अंतराल के साथ भारी बारिश हुई, क्योंकि दबाव का क्षेत्र अंदर की ओर बढ़ रहा था।
