देश के तीन प्रमुख सरकारी बैंकों ने अपने नियमों में किया बड़ा बदलाव, खाताधारकों पर पड़ेगा प्रभाव
- कारोबार दिल्ली राष्ट्रीय
Political Trust
- October 23, 2025
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नई दिल्ली। बैंकिंग प्रणाली में समय-समय पर बदलाव होते रहते हैं, जो खाताधारकों के लिए जानने जरूरी होते हैं। हाल में, देश के प्रमुख सरकारी बैंकों—एसबीआई (SBI), पंजाब नेशनल बैंक (PNB) और कैनरा बैंक (Canara Bank) ने अपने खाताधारकों के लिए बड़े बदलाव किए हैं। ये बदलाव बैंकिंग अनुभव को सरल, सुरक्षित और अधिक ग्राहक-केंद्रित बनाने के उद्देश्य से किए गए हैं।
बदलावों का असर इन चीजों पर
इन बदलावों के तहत न्यूनतम बैलेंस नियमों में छूट, ट्रांजैक्शन चार्जेस में संशोधन और डिजिटल बैंकिंग सुरक्षा में सुधार जैसे महत्वपूर्ण पहलू शामिल हैं। बैंकिंग नियमों में ये बदलाव वित्तीय लेनदेन को आसान और अधिक पारदर्शी बनाने में मदद करेंगे। यदि आपका खाता एसबीआई, पीएनबी, या कैनरा बैंक में है, तो ये जानकारी आपके लिए बेहद जरूरी है ताकि नए नियमों के अनुसार अपने खाते का सही प्रबंधन कर सकें।
एसबीआई, पीएनबी, कैनरा बैंक के खाताधारकों के लिए 5 बड़े बदलाव
1. न्यूनतम मासिक शेष राशि में बदलाव
एसबीआई ने 2020 से सभी बचत खातों पर न्यूनतम शेष राशि बनाए रखने की आवश्यकता समाप्त कर दी है। पीएनबी ने जुलाई 2025 से कम आय वाले, महिला, और किसान समूहों को लक्षित करते हुए न्यूनतम शेष राशि न रखने की छूट दी है। कैनरा बैंक ने भी जून 2025 से सभी खातों के लिए न्यूनतम शेष राशि की आवश्यकता पूरी तरह खत्म कर दी है। इससे खाताधारकों को न्यूनतम बैलेंस बनाए रखने की चिंता से निजात मिली है।
ट्रांजैक्शन चार्ज में परिवर्तन
सभी तीन बैंकों ने यूपीआई (UPI) और IMPS (Immediate Payment Service) ट्रांजैक्शन पर नए चार्ज लागू किए हैं। अब यदि एक निश्चित संख्या के बाद आप यूपीआई या IMPS से पैसे भेजते हैं, तो आपको कुछ रुपये का चार्ज देना होगा। यह बदलाव आरबीआई के नये दिशा-निर्देशों के तहत किया गया है ताकि बैंकिंग सेवाओं की लागत को संतुलित किया जा सके।
पॉजिटिव पे सिस्टम (Positive Pay System) लागू
5000 रुपये से ऊपर के चेक भुगतान के लिए पॉजिटिव पे सिस्टम अनिवार्य कर दिया गया है। इससे चेक धोखाधड़ी और गलती के खतरे कम होंगे। ग्राहक को चेक नंबर, तारीख, भुगतानकर्ता का नाम, तथा राशि की पुष्टि करनी होगी।
डिजिटल बैंकिंग सुरक्षा में सुधार
बैंकों ने एआई आधारित चैटबॉट, टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन, और बायोमेट्रिक जांच जैसी नई सुरक्षा तकनीकें लागू की हैं। यह कदम डिजिटल ट्रांजैक्शन्स की सुरक्षा मजबूत करने के लिए उठाया गया है और ग्राहकों को सुरक्षित और तेज सेवा प्रदान करने में मदद करेगा।
ब्याज दर और क्रेडिट कार्ड लाभों में परिवर्तन
सावधि जमा और बचत खातों पर ब्याज दरें अब खाता शेष के आधार पर तय होंगी, जिससे उच्च शेष वाले खातों को बेहतर ब्याज मिलेगा। साथ ही एसबीआई जैसे बैंकों ने विस्टारा को-ब्रांडेड क्रेडिट कार्ड के लाभों में कटौती की है, जैसे टिकट वाउचर और नवीनीकरण पर मिलने वाले लाभ खत्म करना।
इन बदलावों के तहत न्यूनतम बैलेंस नियमों में छूट, ट्रांजैक्शन चार्जेस में संशोधन और डिजिटल बैंकिंग सुरक्षा में सुधार जैसे महत्वपूर्ण पहलू शामिल हैं। बैंकिंग नियमों में ये बदलाव वित्तीय लेनदेन को आसान और अधिक पारदर्शी बनाने में मदद करेंगे। यदि आपका खाता एसबीआई, पीएनबी, या कैनरा बैंक में है, तो ये जानकारी आपके लिए बेहद जरूरी है ताकि नए नियमों के अनुसार अपने खाते का सही प्रबंधन कर सकें।
एसबीआई, पीएनबी, कैनरा बैंक के खाताधारकों के लिए 5 बड़े बदलाव
1. न्यूनतम मासिक शेष राशि में बदलाव
एसबीआई ने 2020 से सभी बचत खातों पर न्यूनतम शेष राशि बनाए रखने की आवश्यकता समाप्त कर दी है। पीएनबी ने जुलाई 2025 से कम आय वाले, महिला, और किसान समूहों को लक्षित करते हुए न्यूनतम शेष राशि न रखने की छूट दी है। कैनरा बैंक ने भी जून 2025 से सभी खातों के लिए न्यूनतम शेष राशि की आवश्यकता पूरी तरह खत्म कर दी है। इससे खाताधारकों को न्यूनतम बैलेंस बनाए रखने की चिंता से निजात मिली है।
ट्रांजैक्शन चार्ज में परिवर्तन
सभी तीन बैंकों ने यूपीआई (UPI) और IMPS (Immediate Payment Service) ट्रांजैक्शन पर नए चार्ज लागू किए हैं। अब यदि एक निश्चित संख्या के बाद आप यूपीआई या IMPS से पैसे भेजते हैं, तो आपको कुछ रुपये का चार्ज देना होगा। यह बदलाव आरबीआई के नये दिशा-निर्देशों के तहत किया गया है ताकि बैंकिंग सेवाओं की लागत को संतुलित किया जा सके।
पॉजिटिव पे सिस्टम (Positive Pay System) लागू
5000 रुपये से ऊपर के चेक भुगतान के लिए पॉजिटिव पे सिस्टम अनिवार्य कर दिया गया है। इससे चेक धोखाधड़ी और गलती के खतरे कम होंगे। ग्राहक को चेक नंबर, तारीख, भुगतानकर्ता का नाम, तथा राशि की पुष्टि करनी होगी।
डिजिटल बैंकिंग सुरक्षा में सुधार
बैंकों ने एआई आधारित चैटबॉट, टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन, और बायोमेट्रिक जांच जैसी नई सुरक्षा तकनीकें लागू की हैं। यह कदम डिजिटल ट्रांजैक्शन्स की सुरक्षा मजबूत करने के लिए उठाया गया है और ग्राहकों को सुरक्षित और तेज सेवा प्रदान करने में मदद करेगा।
ब्याज दर और क्रेडिट कार्ड लाभों में परिवर्तन
सावधि जमा और बचत खातों पर ब्याज दरें अब खाता शेष के आधार पर तय होंगी, जिससे उच्च शेष वाले खातों को बेहतर ब्याज मिलेगा। साथ ही एसबीआई जैसे बैंकों ने विस्टारा को-ब्रांडेड क्रेडिट कार्ड के लाभों में कटौती की है, जैसे टिकट वाउचर और नवीनीकरण पर मिलने वाले लाभ खत्म करना।
