दक्षिण 24 परगना में काली माँ की मूर्ति खंडित होने पर TMC-BJP में मारपीट
- राष्ट्रीय
Political Trust
- October 23, 2025
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कोलकाता। पश्चिम बंगाल के दक्षिण 24 परगना में काली माँ की मूर्ति खंडित मिलने से विवाद पैदा हो गया। बीजेपी और TMC के बीच आरोप-प्रत्यारोप के बाद मारपीट की खबरें आ रही हैं। दक्षिण 24 परगना जिले के सूर्यनगर ग्राम पंचायत के एक मंदिर में मां काली की मूर्ति खंडित पाई गई। जिससे इलाके में हड़कंप मच गया। यह घटना काकद्वीप विधानसभा क्षेत्र के गांव में हुई। जहां कुछ स्थानीय लोगों ने मंदिर में देवी काली की मूर्ति को क्षतिग्रस्त देखा। जैसे ही यह खबर फैलती है, ग्रामीणों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया और माहौल तनावपूर्ण हो गया। मूर्ति को नुकसान कैसे हुआ? ग्रामीणों ने बताया कि उन्हें मंदिर में देवी काली की मूर्ति खंडित अवस्था में मिली। यह मामला धार्मिक आस्था से जुड़ा हुआ था, इस कारण लोगों ने राष्ट्रीय राजमार्ग को जाम कर दिया और विरोध प्रदर्शन करने लगे। विपक्षी नेता शुभेंदु अधिकारी ने इसे “जिहादी तत्वों” का कृत्य करार दिया और राज्य सरकार पर इसे दबाने का आरोप लगाया। उन्होंने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में कहा, “यह दृश्य बांग्लादेश से नहीं, बल्कि पश्चिम बंगाल से है। यह राज्य के मौजूदा हालात को दिखाता है।” शुभेंदु अधिकारी ने यह भी दावा किया कि राज्य सरकार ने शुरू में इस मामले को दबाने की कोशिश की थी। जिससे मामला और जटिल हो गया।
बीजेपी का तीखा हमला
बीजेपी के नेताओं ने इस मामले को लेकर तृणमूल सरकार पर हमला बोलते हुए आरोप लगाया कि जिहादी तत्वों ने यह हमला किया है और राज्य सरकार इसे दबाने की कोशिश कर रही है। शुभेंदु अधिकारी ने यह भी कहा कि पश्चिम बंगाल अब बांग्लादेश की स्थिति की ओर बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि अगर हिंदू समाज अभी नहीं जागा तो आने वाले दिनों में स्थिति और भी खराब हो सकती है। मूर्ति को पुलिस वैन में ले जाने पर बवाल जब पुलिस ने खंडित मूर्ति को अपनी वैन में लिया, तो बीजेपी के नेताओं ने इसे लेकर आलोचना की।
बीजेपी के आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने इसे शर्मनाक बताया और कहा कि ममता बनर्जी की पुलिस ने मां काली को जेल वैन में ले जाया, जो बहुत बड़ी बेइज्जती है। उन्होंने प्रशासन पर यह आरोप भी लगाया कि शुरू में पुलिस ने ग्रामीणों को धमकाया और मंदिर का दरवाजा बंद कर दिया। बाद में जब स्थानीय लोगों ने विरोध किया, तो पुलिस को दरवाजा खोलने पर मजबूर होना पड़ा।
बीजेपी के नेताओं ने इस मामले को लेकर तृणमूल सरकार पर हमला बोलते हुए आरोप लगाया कि जिहादी तत्वों ने यह हमला किया है और राज्य सरकार इसे दबाने की कोशिश कर रही है। शुभेंदु अधिकारी ने यह भी कहा कि पश्चिम बंगाल अब बांग्लादेश की स्थिति की ओर बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि अगर हिंदू समाज अभी नहीं जागा तो आने वाले दिनों में स्थिति और भी खराब हो सकती है। मूर्ति को पुलिस वैन में ले जाने पर बवाल जब पुलिस ने खंडित मूर्ति को अपनी वैन में लिया, तो बीजेपी के नेताओं ने इसे लेकर आलोचना की।
बीजेपी के आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने इसे शर्मनाक बताया और कहा कि ममता बनर्जी की पुलिस ने मां काली को जेल वैन में ले जाया, जो बहुत बड़ी बेइज्जती है। उन्होंने प्रशासन पर यह आरोप भी लगाया कि शुरू में पुलिस ने ग्रामीणों को धमकाया और मंदिर का दरवाजा बंद कर दिया। बाद में जब स्थानीय लोगों ने विरोध किया, तो पुलिस को दरवाजा खोलने पर मजबूर होना पड़ा।
