कजाकिस्तान में एमबीबीएस छात्र को आया ब्रेन स्ट्रोक, जयपुर किया गया एयरलिफ्ट
- राजस्थान राष्ट्रीय
Political Trust
- October 21, 2025
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नई दिल्ली। कजाकिस्तान में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे छात्र को ब्रेन स्ट्रोक आने के बाद उसको एयरलिफ्ट करके जयपुर लाया गया। जहां पर उसका इलाज एसएमएस अस्पताल में चल रहा है।
जयपुर निवासी 22 वर्षीय एमबीबीएस छात्र राहुल घोषालिया को कजाकिस्तान में ब्रेन स्ट्रोक आने के बाद रात एयर एम्बुलेंस के जरिए जयपुर लाया गया। राहुल पिछले दो हफ्तों से वहां अस्ताना स्थित अस्पताल में वेंटिलेटर पर जिंदगी की जंग लड़ रहा था।
वर्ष 2021 से राहुल कजाकिस्तान की अस्ताना मेडिकल यूनिवर्सिटी में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहा है। 8 अक्टूबर को उसे अचानक ब्रेन स्ट्रोक आ गया, जिसके बाद वह बेहोश हो गया और उसे आईसीयू में भर्ती कराना पड़ा।
सोमवार को उसे एयर एम्बुलेंस से जयपुर लाया गया, जहां उसे एसएमएस अस्पताल में भर्ती किया गया। एयरपोर्ट से अस्पताल तक विशेष क्रिटिकल केयर एम्बुलेंस और मेडिकल टीम की व्यवस्था की गई थी।
एसएमएस मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. दीपक माहेश्वरी की अगुवाई में डॉक्टरों की एक टीम ने तुरंत उपचार शुरू कर दिया। अस्पताल प्रशासन ने उसके इलाज के लिए चार सदस्यीय विशेषज्ञ पैनल भी गठित किया है।
राहुल के परिजनों ने पहले सोशल मीडिया के माध्यम से केंद्र और राज्य सरकार से मदद की गुहार लगाई थी। इसके बाद कई सामाजिक संगठनों ने परिवार की मदद करते हुए छात्र को भारत लाने की प्रक्रिया में सहयोग किया। परिजनों ने कहा कि अब उम्मीद है कि एसएमएस अस्पताल में बेहतर इलाज से राहुल की हालत में सुधार होगा।
वर्ष 2021 से राहुल कजाकिस्तान की अस्ताना मेडिकल यूनिवर्सिटी में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहा है। 8 अक्टूबर को उसे अचानक ब्रेन स्ट्रोक आ गया, जिसके बाद वह बेहोश हो गया और उसे आईसीयू में भर्ती कराना पड़ा।
सोमवार को उसे एयर एम्बुलेंस से जयपुर लाया गया, जहां उसे एसएमएस अस्पताल में भर्ती किया गया। एयरपोर्ट से अस्पताल तक विशेष क्रिटिकल केयर एम्बुलेंस और मेडिकल टीम की व्यवस्था की गई थी।
एसएमएस मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. दीपक माहेश्वरी की अगुवाई में डॉक्टरों की एक टीम ने तुरंत उपचार शुरू कर दिया। अस्पताल प्रशासन ने उसके इलाज के लिए चार सदस्यीय विशेषज्ञ पैनल भी गठित किया है।
राहुल के परिजनों ने पहले सोशल मीडिया के माध्यम से केंद्र और राज्य सरकार से मदद की गुहार लगाई थी। इसके बाद कई सामाजिक संगठनों ने परिवार की मदद करते हुए छात्र को भारत लाने की प्रक्रिया में सहयोग किया। परिजनों ने कहा कि अब उम्मीद है कि एसएमएस अस्पताल में बेहतर इलाज से राहुल की हालत में सुधार होगा।
