Bihar Election 2025 : कांग्रेस की सूची में पांच महिला और चार मुस्लिम को टिकट
पटना। कांग्रेस ने बिहार चुनाव को लेकर अपनी पहली लिस्ट जारी की है। जारी की गई सूची में कांग्रेस ने 11 सिटिंग विधायकों पर भरोसा जताते हुए फिर से टिकट दिया है। इसमें भागलपुर, कदवा, मनिहारी, मुज़फ्फरपुर, राजापाकड़, बक्सर, राजपुर, कुटुंबा, करगहर, हिसुआ और औरंगाबाद के विधायक शामिल हैं।
बिहार के महागठबंधन में लगातार खींचतान के बाद आखिरकार पहले चरण के नामांकन के ठीक कुछ घंटे पहले बिहार कांग्रेस ने अपने उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी। कांग्रेस ने पहली सूची में कुल 48 उम्मीदवारों के नाम शामिल है। हालांकि, इनमें से अधिकांश प्रत्याशियों को बगैर लिस्ट जारी हुए एक दिन पहले ही सिंबल मिल चुके हैं। सूची में पहले और दूसरे चरण दोनों के उम्मीदवारों के नाम हैं।
कांग्रेस की पहली सूची में अनुभवी और युवा नेताओं का मिश्रण देखने को मिला है, जो पार्टी की रणनीति को दर्शाता है। पहले और दूसरे चरण के लिए उम्मीदवारों की घोषणा के साथ ही कांग्रेस ने बिहार विधानसभा चुनाव में अपनी स्थिति मजबूत करने की कोशिश की है पार्टी ने विभिन्न क्षेत्रों और समुदायों का प्रतिनिधित्व करने वाले चेहरों को चुना है, ताकि मतदाताओं के बीच व्यापक अपील बनाई जा सके।
कुटुंबा से प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश राम चुनाव लड़ेंगे, जबकि सीनियर लीडर शकील अहमद कदवा से चुनावी मैदान में उतरेंगे। राजापाकर से प्रतिमा दास पर पार्टी ने फिर से भरोसा जताया है। पहली लिस्ट में 5 महिलाएं, 4 मुस्लिम उम्मीदवारों के नाम हैं। सोनबरसा से सरिता देवी, बेगूसराय से अमिता भूषण, हसुआ से नीतू कुमारी, कोढ़ा से पूनम पासवान और राजापाकर से प्रतिमा कुमारी को मैदान में उतारा गया है।
पहली लिस्ट में 11 सिटिंग विधायकों पर भरोसा
पहली लिस्ट में 11 सिटिंग विधायकों पर भरोसा जताते हुए फिर से टिकट दिया गया है। इसमें भागलपुर, कदवा, मनिहारी, मुज़फ्फरपुर, राजापाकड़, बक्सर, राजपुर, कुटुंबा, करगहर, हिसुआ और औरंगाबाद के विधायक शामिल हैं। जबकि खगड़िया से सिटिंग विधायक छत्रपति यादव का टिकट काट दिया गया है। उनकी जगह चंदन यादव को टिकट दिया गया है। चंदन यादव पिछली बार बेलदौर से लड़े थे और हार गए थे।
वजीरगंज सीट से पार्टी ने अपना उम्मीदवार बदल दिया
लिस्ट में वजीरगंज सीट से पार्टी ने अपना उम्मीदवार बदल दिया है। कांग्रेस ने बेटे का टिकट काटकर पिता को टिकट दिया है। कांग्रेस ने शशि शेखर सिंह की जगह अवधेश कुमार सिंह को अपना उम्मीदवार बनाया है। अवधेश कुमार सिंह कांग्रेस के बड़े नेता हैं। मंत्री रहे हैं।वे 2015 में वे वजीरगंज से चुनाव जीते थे। 2020 में पार्टी ने उनकी जगह उनके बेटे शशि शेखर सिंह को उम्मीदवार बनाया। वे चुनाव हार गए।
हिसुआ विधायक नीतू सिंह का नाम शामिल
भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार वीरेंद्र सिंह को 70 हजार 713 वोट मिले। कांग्रेस के उम्मीदवार शशि शेखर सिंह 48 हजार 283 वोट ही पा सके। दिलचस्प यह भी है कि कल बिहार कांग्रेस ने एक्स पर पोस्ट कर शशि शेखर सिंह को सिंबल देने की बात लिखी थी।
कांग्रेस की इस लिस्ट में हिसुआ विधायक नीतू सिंह का भी नाम शामिल है। नीतू सिंह ने भारतीय जनता पार्टी में जाने की ख्वाहिश मीडिया के सामने जताई थी। उन्होंने कहा था कि अगर लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी मुझे टिकट देती है तो मैं भाजपा में शामिल हो जाऊंगी। जब कांग्रेस के दो विधायकों ने पाला बदला था, उसके बाद नीतू सिंह की तस्वीर डिप्टी सीएम विजय सिंह और सम्राट चौधरी के साथ वायरल हुई थी।हालांकि तस्वीरों को लेकर उन्होंने कहा था कि वे डिप्टी सीएम को बधाई देने गई थी। वहां जाकर उन्होंने क्षेत्र के विकास की बातें की हैं।
2020 के चुनाव में नीतू कुमारी ने भारतीय जनता पार्टी के अनिल सिंह को 17 हजार से अधिक वोटो से हराया था। नीतू कुमारी को 94 हजार 930 वोट मिले थे और भाजपा के अनिल सिंह को 77 हजार 839 वोट मिले थे। इससे पहले नीतू कुमारी 2015 में समाजवादी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ी थीं और उन्हें 14 हजार 188 वोट मिले थे।
कांग्रेस की पहली सूची में अनुभवी और युवा नेताओं का मिश्रण देखने को मिला है, जो पार्टी की रणनीति को दर्शाता है। पहले और दूसरे चरण के लिए उम्मीदवारों की घोषणा के साथ ही कांग्रेस ने बिहार विधानसभा चुनाव में अपनी स्थिति मजबूत करने की कोशिश की है पार्टी ने विभिन्न क्षेत्रों और समुदायों का प्रतिनिधित्व करने वाले चेहरों को चुना है, ताकि मतदाताओं के बीच व्यापक अपील बनाई जा सके।
कुटुंबा से प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश राम चुनाव लड़ेंगे, जबकि सीनियर लीडर शकील अहमद कदवा से चुनावी मैदान में उतरेंगे। राजापाकर से प्रतिमा दास पर पार्टी ने फिर से भरोसा जताया है। पहली लिस्ट में 5 महिलाएं, 4 मुस्लिम उम्मीदवारों के नाम हैं। सोनबरसा से सरिता देवी, बेगूसराय से अमिता भूषण, हसुआ से नीतू कुमारी, कोढ़ा से पूनम पासवान और राजापाकर से प्रतिमा कुमारी को मैदान में उतारा गया है।
पहली लिस्ट में 11 सिटिंग विधायकों पर भरोसा
पहली लिस्ट में 11 सिटिंग विधायकों पर भरोसा जताते हुए फिर से टिकट दिया गया है। इसमें भागलपुर, कदवा, मनिहारी, मुज़फ्फरपुर, राजापाकड़, बक्सर, राजपुर, कुटुंबा, करगहर, हिसुआ और औरंगाबाद के विधायक शामिल हैं। जबकि खगड़िया से सिटिंग विधायक छत्रपति यादव का टिकट काट दिया गया है। उनकी जगह चंदन यादव को टिकट दिया गया है। चंदन यादव पिछली बार बेलदौर से लड़े थे और हार गए थे।
वजीरगंज सीट से पार्टी ने अपना उम्मीदवार बदल दिया
लिस्ट में वजीरगंज सीट से पार्टी ने अपना उम्मीदवार बदल दिया है। कांग्रेस ने बेटे का टिकट काटकर पिता को टिकट दिया है। कांग्रेस ने शशि शेखर सिंह की जगह अवधेश कुमार सिंह को अपना उम्मीदवार बनाया है। अवधेश कुमार सिंह कांग्रेस के बड़े नेता हैं। मंत्री रहे हैं।वे 2015 में वे वजीरगंज से चुनाव जीते थे। 2020 में पार्टी ने उनकी जगह उनके बेटे शशि शेखर सिंह को उम्मीदवार बनाया। वे चुनाव हार गए।
हिसुआ विधायक नीतू सिंह का नाम शामिल
भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार वीरेंद्र सिंह को 70 हजार 713 वोट मिले। कांग्रेस के उम्मीदवार शशि शेखर सिंह 48 हजार 283 वोट ही पा सके। दिलचस्प यह भी है कि कल बिहार कांग्रेस ने एक्स पर पोस्ट कर शशि शेखर सिंह को सिंबल देने की बात लिखी थी।
कांग्रेस की इस लिस्ट में हिसुआ विधायक नीतू सिंह का भी नाम शामिल है। नीतू सिंह ने भारतीय जनता पार्टी में जाने की ख्वाहिश मीडिया के सामने जताई थी। उन्होंने कहा था कि अगर लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी मुझे टिकट देती है तो मैं भाजपा में शामिल हो जाऊंगी। जब कांग्रेस के दो विधायकों ने पाला बदला था, उसके बाद नीतू सिंह की तस्वीर डिप्टी सीएम विजय सिंह और सम्राट चौधरी के साथ वायरल हुई थी।हालांकि तस्वीरों को लेकर उन्होंने कहा था कि वे डिप्टी सीएम को बधाई देने गई थी। वहां जाकर उन्होंने क्षेत्र के विकास की बातें की हैं।
2020 के चुनाव में नीतू कुमारी ने भारतीय जनता पार्टी के अनिल सिंह को 17 हजार से अधिक वोटो से हराया था। नीतू कुमारी को 94 हजार 930 वोट मिले थे और भाजपा के अनिल सिंह को 77 हजार 839 वोट मिले थे। इससे पहले नीतू कुमारी 2015 में समाजवादी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ी थीं और उन्हें 14 हजार 188 वोट मिले थे।
