ट्रेनों से गांजा तस्करी, दो महीने में पौने दो करोड़ का नशा बरामद

 ट्रेनों से गांजा तस्करी, दो महीने में पौने दो करोड़ का नशा बरामद
नई दिल्ली। दिल्ली में ट्रेनों के जरिये गांजा तस्करी का काला कारोबार समस्या बनता जा रहा है। जो कि अंतरराज्यीय तस्करी सिंडिकेट राजधानी एक्सप्रेस जैसी प्रमुख ट्रेनों को तस्करी का जरिया बना रहे हैं। पिछले दो महीनों में रेलवे स्टेशन से आरपीएफ, ड्रग्स कंट्रोल विभाग व दिल्ली पुलिस ने करीब ढाई क्विंटल गांजा बरामद किया है। इसकी बाजार की कीमत लगभग पौने दो करोड़ रुपये से ज्यादा है। सुरक्षा एजेंसियों की लगातार कार्रवाई के बावजूद ऐसे मामले लगातार सामने आ रहे हैं।
तस्करों के नेटवर्क को तोड़ने के लिए एनसीबी और रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स (आरपीएफ) के बीच संवेदनशील ट्रेनों, रूट्स और स्टेशनों (जैसे राजधानी एक्सप्रेस जैसी तेज गति वाली ट्रेनें) पर निगरानी बढ़ाने के लिए जानकारी भी साझा की जाएगी। रेलवे स्टेशन पर स्कैनर की संख्या बढ़ाने पर भी काम किया जा रहा है।
यह तस्कर मुख्य रूप से ओडिशा, पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश और पूर्वोत्तर राज्यों जैसे गुवाहाटी व डिब्रूगढ़ से उच्च गुणवत्ता वाला गांजा लाकर दिल्ली-एनसीआर में सप्लाई करने की फिराक में थे। इन आरोपियों ने राजधानी एक्सप्रेस जैसी मुख्य ट्रेनों को तस्करी करने का माध्यम बना लिया है। पिछले दिनों करीब चार बार राजधानी एक्सप्रेस से ही गांजे की बड़ी खेप बरामद की गई है। ऐसे मामलों में कमी लाने के लिए ट्रेनों और स्टेशनों पर इलेक्ट्रॉनिक बोर्डों के माध्यम से एंटी-ड्रग मैसेज और मानस हेल्पलाइन नंबर प्रदर्शित किए जाएंगे।
42.50 लाख का गांजा मिला मास्टरमाइंड का सुराग नहीं
29 सितंबर को आरपीएफ ने डिब्रूगढ़-नई दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस में बर्थ के नीचे छिपाए गए दो ट्रॉली बैग और चार बैकपैक से 85 किलोग्राम गांजा बरामद किया था। इसकी अनुमानित कीमत 42.50 लाख रुपये है। नशे की खेप को दिल्ली तक पहुंचाने वाले मास्टरमाइंड का कोई सुराग नहीं लगा है। एक अधिकारी ने बताया कि तस्कर गिरफ्तारी से बचने के लिए किसी दूसरे की बर्थ के नीचे गांजे से भरे बैग रख देते हैं। फिर अपनी बर्थ पर चले जाते हैं।