अंतर्राष्ट्रीय जाट संसद : 50 से अधिक देशों के जाट नेता पहुंचे जयपुर, समाज की चुनौतियों और समस्याओं पर मंथन
- राजनीति राजस्थान राष्ट्रीय
Political Trust
- October 12, 2025
- 0
- 53
- 1 minute read
जयपुर। आज रविवार को जयपुर में आयोजित अंतराष्ट्रीय जाट संसद में 50 से अधिक देशों के जाट नेता पहुंचे और जाट समाज की चुनौतियों और समस्याओं पर मंथन किया। जाट संसद में कई अहम फैसले लिए गए।
समाज में जब बात एकजुटता और स्वाभिमान की हो तो जाट समुदाय हमेशा अग्रणी भूमिका में रहता हैं और रविवार को राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर जयपुर जाट सरदारी के रंग में रंगा नज़र आया। ये अवसर था अंतर्राष्ट्रीय जाट संसद के जयपुर अधिवेशन का। समाज में कला, शिक्षा, साहित्य, संस्कृति, संस्कार, महिला सशक्तिकरण, सामाजिक समरसता, राजनीति भाईचारा, विश्व जाट एकता का संकल्प व संदेश लेकर राजधानी जयपुर में दुनिया भर के दिग्गज जाट नेता जाट संसद जयपुर मे शिरकत करने पहुंचे और जाट समाज के सामने आने वाली चुनौतियों व समस्याओं पर खुलकर चर्चा व मंथन किया।
वीर तेजाजी महाराज व महाराजा सूरजमल की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर कार्यक्रम की शुरुआत की और कार्यक्रम में पहुंचे मेहमानों का अंतर्राष्ट्रीय जाट संसद के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामावतार पलसानिया, युवा नेता रमेश जाजुंदा, शिवराज जाजुंदा ने राजस्थानी अंदाज़ में राजस्थान की आन बान शान पगड़ी व जाट संसद का ढुप्टा पहनाकर सभी अतिथियों का स्वागत अभिनंदन किया गया।
जाट प्रतिभाओं का सम्मान
जाट समाज की नेशनल व इंटरनेशनल स्तर पर समाज का नाम रोशन करने वाली ग्यारह प्रतिभाओं का सम्मान किया किया गया। जिसमें अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेटर प्रवीण कुमार ‘पीके’ अंतर्राष्ट्रीय पहलवान पूजा सिहाग, पर्यावरण प्रेमी शिशुपाल चौधरी अध्यापक, समाज सेवी शिवराज जाजुंदा व युवा उद्यमी सुनील चौधरी सहित अन्य लोगों को सम्मानित किया गया।
शिक्षा, व्यापार व व्यवसाय पर विशेष ध्यान
जाट समुदाय को शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ाने के लिए शिक्षाविदों ने समाज में शैक्षणिक सुधार व तकनीकी शिक्षा पर विशेष ध्यान देने की मांग उठाई और व्यापार व व्यवसाय से जुड़ी हस्तियों ने विदेश में छात्रों को शिक्षा रोज़गार पर ज़ोर देने की पूरजोर वकालत की जिससे सभागार में खुशी का माहौल बना सभी लोगों ने तालियाँ बजाकर उत्साहवर्धन किया।
देश-दुनिया से आएँगे मेहमान
सात समुंदर पार अमेरिका, इंग्लैंड, आस्ट्रेलिया, जर्मनी, फ्रांस, कनाडा और साउथ अफ्रीका सहित 50 से भी अधिक देशों से एनसीआर जाटों का डेलीगेशन पहुँचा अंतर्राष्ट्रीय जाट संसद जयपुर में। इस दौरान जाट संसद में प्रस्ताव व मांग पत्र पेश किए गए। कार्यक्रम में जाट समुदाय के लिये कुछ प्रस्ताव पारित किए गए। राज्य व केंद्रीय सरकार से एक मांग पत्र भी जाट संसद में रखा गया।
इस दौरान राष्ट्रीय अध्यक्ष की नियुक्ति की घोषणा की गई। जिसमें अंतर्राष्ट्रीय जाट संसद के संस्थापक अध्यक्ष रामावतार पलसानिया ने सर्वसम्मति से अंतर्राष्ट्रीय जाट संसद का राष्ट्रीय अध्यक्ष उत्तर प्रदेश के मनु चौधरी ‘दाँतल’ को बनाया गया।
अधिवेशन में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेटर प्रवीण कुमार ‘पीके’ मुख्य अतिथि होंगे। हरियाणा के कैबिनेट मंत्री महिपाल ढांडा, अखिल भारतवर्ष जाट महासभा के राधेराम गोदारा, रामेश्वर कडवा, शिवजीराम खुर्डिया, मदन फंडन, सुनील चौधरी, टोनी वर्मा, जिला प्रमुख रमा चौपडा, हरियाणा अध्यक्ष सुरेश सिरोही जैलदार सहित कई दिग्गज जाट नेताओं ने शिरकत की।
जाट समाज को एकजुट करके 36 कौमों में भाईचारा बनाएंगे
अंतर्राष्ट्रीय जाट संसद के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामावतार पलसानिया ने अपने उद्बोधन में कहा कि अंतर्राष्ट्रीय जाट संसद हमेशा जाट समुदाय को एकजुट करके 36 क़ौमों में सामाजिक भाईचारा बनायेगी। समाज को जागरूक कर समाज के युवाओं को शिक्षा व व्यापार के लिए प्रेरित करेगी। समाज के विदेश में रह रहें एनआरईयों के द्वारा जाट समाज के युवाओं के लिए विदेश में उच्च शिक्षा व रोज़गार के अवसरों को बढ़ावा दिया जाएगा जिसमें अंतर्राष्ट्रीय जाट संसद मुख्य रूप से भूमिका निभाएगी। अंतर्राष्ट्रीय जाट संसद का सामाजिक नेटवर्क एक सौ पचास देशों में फैला हुआ है। जिसका फ़ायदा जाट समुदाय के नौजवान युवाओं को शिक्षा और व्यापार में मिल रहा है। विदेश में नौकरी शिक्षा रोज़गार व व्यापार के लिए जाने वाले युवाओं को बेहतर नेटवर्क जाट संसद द्वारा उपलब्ध कराया जा रहा है।
प्रदेश और केंद्र सरकार से की ये मांगे :
अंतर्राष्ट्रीय जाट संसद जयपुर (राजस्थान) के अधिवेशन में सर्वसम्मति से जाट सरदारी ने प्रदेश व केन्द्र सरकार से निम्नलिखित माँगें की है।
1. दीनबंधु, रहबरे आज़म चौधरी सर छोटूराम जी को भारत रत्न दिया जाए।
2. राजधानी जयपुर में महाराजा सूरजमल की प्रतिमा स्थापित कर महाराजा सूरजमल म्यूज़ियम का निर्माण राजस्थान सरकार करें।
3. वीर तेजाजी ‘वीटी’ रोड मानसरोवर (जयपुर) पर लोक देवता वीर तेजाजी की विशाल प्रतिमा व म्यूजियम का निर्माण राजस्थान सरकार करें।
4. राजधानी जयपुर में वीर तेजाजी जाट छात्रावास के लिए राजस्थान सरकार निशुल्क भूमि आवंटन करें।
5. जाट महापुरुषों के इतिहास को सीबीएससी, एनसीआरटी, प्रदेश व केंद्रीय पाठ्यक्रमों में शामिल किया जाए।
6. हरियाणा, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, भरतपुर, धौलपुर सहित अन्य राज्यों के जाटों को केंद्रीय OBC आरक्षण दिया जाए।
7. भारत सरकार से निवेदन है कि महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक, तमिलनाडु सहित अन्य राज्य जहां जाट जाति के लोग वर्षों से निवास कर रहें हैं। वहाँ की स्थानीय सभी प्रदेशों की सरकारों द्वारा ‘गजट’ में जाट जाति को शामिल किया जाए।
अधिवेशन में जाट समुदाय हित में निम्नलिखित प्रस्ताव लिए।
1. जाट समाज के युवाओं को जाट इतिहास पढ़ने व जाट महापुरुषों की जयंती व पुण्यतिथि मनाने के लिए प्रेरित करेंगे ।
2. युवाओं को टेक्निकल व स्किल एजुकेशन के साथ-साथ उच्च शिक्षा व स्वयं के व्यापार के लिए प्रेरित करेंगे।
3. नशा मुक्त जाट समाज के लिए नशा मुक्त अभियान चला कर युवाओं में जागरूकता पैदा करेंगे।
4. 36 बिरादरियों के साथ सामाजिक भाईचारे के लिए जाट युवाओं को प्रेरित करना व किसी अन्य समाज पर आक्षेप व टीका टिप्पणी नहीं करने का संकल्प।
5. उच्च पदों पर बैठे जाट नेता व अधिकारी नि:स्वार्थ समाज के लोगों की मदद करें।
6. क्षेत्रवाद, गोत्रवाद से बहार निकल कर पुरी दुनिया का जाट एक सूत्र में विश्व जाट एकता की बात करें।
वीर तेजाजी महाराज व महाराजा सूरजमल की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर कार्यक्रम की शुरुआत की और कार्यक्रम में पहुंचे मेहमानों का अंतर्राष्ट्रीय जाट संसद के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामावतार पलसानिया, युवा नेता रमेश जाजुंदा, शिवराज जाजुंदा ने राजस्थानी अंदाज़ में राजस्थान की आन बान शान पगड़ी व जाट संसद का ढुप्टा पहनाकर सभी अतिथियों का स्वागत अभिनंदन किया गया।
जाट प्रतिभाओं का सम्मान
जाट समाज की नेशनल व इंटरनेशनल स्तर पर समाज का नाम रोशन करने वाली ग्यारह प्रतिभाओं का सम्मान किया किया गया। जिसमें अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेटर प्रवीण कुमार ‘पीके’ अंतर्राष्ट्रीय पहलवान पूजा सिहाग, पर्यावरण प्रेमी शिशुपाल चौधरी अध्यापक, समाज सेवी शिवराज जाजुंदा व युवा उद्यमी सुनील चौधरी सहित अन्य लोगों को सम्मानित किया गया।
शिक्षा, व्यापार व व्यवसाय पर विशेष ध्यान
जाट समुदाय को शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ाने के लिए शिक्षाविदों ने समाज में शैक्षणिक सुधार व तकनीकी शिक्षा पर विशेष ध्यान देने की मांग उठाई और व्यापार व व्यवसाय से जुड़ी हस्तियों ने विदेश में छात्रों को शिक्षा रोज़गार पर ज़ोर देने की पूरजोर वकालत की जिससे सभागार में खुशी का माहौल बना सभी लोगों ने तालियाँ बजाकर उत्साहवर्धन किया।
देश-दुनिया से आएँगे मेहमान
सात समुंदर पार अमेरिका, इंग्लैंड, आस्ट्रेलिया, जर्मनी, फ्रांस, कनाडा और साउथ अफ्रीका सहित 50 से भी अधिक देशों से एनसीआर जाटों का डेलीगेशन पहुँचा अंतर्राष्ट्रीय जाट संसद जयपुर में। इस दौरान जाट संसद में प्रस्ताव व मांग पत्र पेश किए गए। कार्यक्रम में जाट समुदाय के लिये कुछ प्रस्ताव पारित किए गए। राज्य व केंद्रीय सरकार से एक मांग पत्र भी जाट संसद में रखा गया।
इस दौरान राष्ट्रीय अध्यक्ष की नियुक्ति की घोषणा की गई। जिसमें अंतर्राष्ट्रीय जाट संसद के संस्थापक अध्यक्ष रामावतार पलसानिया ने सर्वसम्मति से अंतर्राष्ट्रीय जाट संसद का राष्ट्रीय अध्यक्ष उत्तर प्रदेश के मनु चौधरी ‘दाँतल’ को बनाया गया।
अधिवेशन में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेटर प्रवीण कुमार ‘पीके’ मुख्य अतिथि होंगे। हरियाणा के कैबिनेट मंत्री महिपाल ढांडा, अखिल भारतवर्ष जाट महासभा के राधेराम गोदारा, रामेश्वर कडवा, शिवजीराम खुर्डिया, मदन फंडन, सुनील चौधरी, टोनी वर्मा, जिला प्रमुख रमा चौपडा, हरियाणा अध्यक्ष सुरेश सिरोही जैलदार सहित कई दिग्गज जाट नेताओं ने शिरकत की।
जाट समाज को एकजुट करके 36 कौमों में भाईचारा बनाएंगे
अंतर्राष्ट्रीय जाट संसद के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामावतार पलसानिया ने अपने उद्बोधन में कहा कि अंतर्राष्ट्रीय जाट संसद हमेशा जाट समुदाय को एकजुट करके 36 क़ौमों में सामाजिक भाईचारा बनायेगी। समाज को जागरूक कर समाज के युवाओं को शिक्षा व व्यापार के लिए प्रेरित करेगी। समाज के विदेश में रह रहें एनआरईयों के द्वारा जाट समाज के युवाओं के लिए विदेश में उच्च शिक्षा व रोज़गार के अवसरों को बढ़ावा दिया जाएगा जिसमें अंतर्राष्ट्रीय जाट संसद मुख्य रूप से भूमिका निभाएगी। अंतर्राष्ट्रीय जाट संसद का सामाजिक नेटवर्क एक सौ पचास देशों में फैला हुआ है। जिसका फ़ायदा जाट समुदाय के नौजवान युवाओं को शिक्षा और व्यापार में मिल रहा है। विदेश में नौकरी शिक्षा रोज़गार व व्यापार के लिए जाने वाले युवाओं को बेहतर नेटवर्क जाट संसद द्वारा उपलब्ध कराया जा रहा है।
प्रदेश और केंद्र सरकार से की ये मांगे :
अंतर्राष्ट्रीय जाट संसद जयपुर (राजस्थान) के अधिवेशन में सर्वसम्मति से जाट सरदारी ने प्रदेश व केन्द्र सरकार से निम्नलिखित माँगें की है।
1. दीनबंधु, रहबरे आज़म चौधरी सर छोटूराम जी को भारत रत्न दिया जाए।
2. राजधानी जयपुर में महाराजा सूरजमल की प्रतिमा स्थापित कर महाराजा सूरजमल म्यूज़ियम का निर्माण राजस्थान सरकार करें।
3. वीर तेजाजी ‘वीटी’ रोड मानसरोवर (जयपुर) पर लोक देवता वीर तेजाजी की विशाल प्रतिमा व म्यूजियम का निर्माण राजस्थान सरकार करें।
4. राजधानी जयपुर में वीर तेजाजी जाट छात्रावास के लिए राजस्थान सरकार निशुल्क भूमि आवंटन करें।
5. जाट महापुरुषों के इतिहास को सीबीएससी, एनसीआरटी, प्रदेश व केंद्रीय पाठ्यक्रमों में शामिल किया जाए।
6. हरियाणा, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, भरतपुर, धौलपुर सहित अन्य राज्यों के जाटों को केंद्रीय OBC आरक्षण दिया जाए।
7. भारत सरकार से निवेदन है कि महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक, तमिलनाडु सहित अन्य राज्य जहां जाट जाति के लोग वर्षों से निवास कर रहें हैं। वहाँ की स्थानीय सभी प्रदेशों की सरकारों द्वारा ‘गजट’ में जाट जाति को शामिल किया जाए।
अधिवेशन में जाट समुदाय हित में निम्नलिखित प्रस्ताव लिए।
1. जाट समाज के युवाओं को जाट इतिहास पढ़ने व जाट महापुरुषों की जयंती व पुण्यतिथि मनाने के लिए प्रेरित करेंगे ।
2. युवाओं को टेक्निकल व स्किल एजुकेशन के साथ-साथ उच्च शिक्षा व स्वयं के व्यापार के लिए प्रेरित करेंगे।
3. नशा मुक्त जाट समाज के लिए नशा मुक्त अभियान चला कर युवाओं में जागरूकता पैदा करेंगे।
4. 36 बिरादरियों के साथ सामाजिक भाईचारे के लिए जाट युवाओं को प्रेरित करना व किसी अन्य समाज पर आक्षेप व टीका टिप्पणी नहीं करने का संकल्प।
5. उच्च पदों पर बैठे जाट नेता व अधिकारी नि:स्वार्थ समाज के लोगों की मदद करें।
6. क्षेत्रवाद, गोत्रवाद से बहार निकल कर पुरी दुनिया का जाट एक सूत्र में विश्व जाट एकता की बात करें।
