राष्ट्रपति मुर्मू को कनाडा उच्चायुक्त ने सौंपा परिचय पत्र, भारत-कनाडा संबंधों में नरमी की पहल
- दिल्ली राष्ट्रीय
Political Trust
- October 3, 2025
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नई दिल्ली। भारत और कनाडा के बीच एक साल से ठंडे पड़े संबंधों में अब नरमी दिख रही है। शुक्रवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कनाडा के नए उच्चायुक्त क्रिस्टोफर कूटर की नियुक्ति को औपचारिक मान्यता दी। यह कदम दोनों देशों के बीच रिश्तों को पटरी पर लाने की अहम शुरुआत माना जा रहा है।
भारत और कनाडा संबंधों में एक साल बाद अब धीरे-धीरे नरमी आ रही है। इसी बीच शुक्रवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कनाडा के नए उच्चायुक्त क्रिस्टोफर कूटर से उनकी राजनयिक नियुक्ति की औपचारिक मान्यता स्वीकार की। यह नियुक्ति ऐसे समय हुई है जब भारत और कनाडा के रिश्तों में एक साल बाद धीरे-धीरे सुधार की कोशिशें शुरू हुई हैं।
बता दें कि पिछले साल अक्तूबर में खालिस्तानी नेता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या से जुड़े आरोपों के बाद भारत ने अपने उच्चायुक्त और पांच अन्य राजनयिकों को कनाडा से वापस बुला लिया था और जवाब में कनाडा के भी कई राजनयिकों को भारत से निकाल दिया गया था।
पीएम मोदी और मार्क कार्नी की मुलाकात
हालांकि इसी साल जून में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कनाडा के प्रधानमंत्री मार्क कार्नी ने मुलाकात कर संबंध सुधारने पर सहमति जताई और जल्द ही दोनों देशों ने अपने-अपने राजनयिकों की वापसी का रास्ता साफ किया। इसके बाद भारत ने दिग्गज राजनयिक दिनेश के पटनायक को कनाडा में उच्चायुक्त नियुक्त किया, जिन्होंने 25 सितंबर को कनाडा की गवर्नर जनरल मैरी साइमन को अपनी नियुक्ति पत्र सौंपा।
इसी क्रम में कनाडा ने क्रिस्टोफर कूटर को भारत में अपना उच्चायुक्त बनाया, जिन्होंने अब राष्ट्रपति मुर्मू को अपना नियुक्ति पत्र सौंपा है। कूटर को 35 वर्षों का राजनयिक अनुभव है। वह इससे पहले इस्राइल, दक्षिण अफ्रीका, नामीबिया, लेसोथो, मॉरीशस और मेडागास्कर जैसे देशों में भी कनाडा का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। वह 1998 से 2000 तक नई दिल्ली स्थित कनाडाई उच्चायोग में फर्स्ट सेक्रेटरी भी रह चुके हैं।
बता दें कि पिछले साल अक्तूबर में खालिस्तानी नेता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या से जुड़े आरोपों के बाद भारत ने अपने उच्चायुक्त और पांच अन्य राजनयिकों को कनाडा से वापस बुला लिया था और जवाब में कनाडा के भी कई राजनयिकों को भारत से निकाल दिया गया था।
पीएम मोदी और मार्क कार्नी की मुलाकात
हालांकि इसी साल जून में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कनाडा के प्रधानमंत्री मार्क कार्नी ने मुलाकात कर संबंध सुधारने पर सहमति जताई और जल्द ही दोनों देशों ने अपने-अपने राजनयिकों की वापसी का रास्ता साफ किया। इसके बाद भारत ने दिग्गज राजनयिक दिनेश के पटनायक को कनाडा में उच्चायुक्त नियुक्त किया, जिन्होंने 25 सितंबर को कनाडा की गवर्नर जनरल मैरी साइमन को अपनी नियुक्ति पत्र सौंपा।
इसी क्रम में कनाडा ने क्रिस्टोफर कूटर को भारत में अपना उच्चायुक्त बनाया, जिन्होंने अब राष्ट्रपति मुर्मू को अपना नियुक्ति पत्र सौंपा है। कूटर को 35 वर्षों का राजनयिक अनुभव है। वह इससे पहले इस्राइल, दक्षिण अफ्रीका, नामीबिया, लेसोथो, मॉरीशस और मेडागास्कर जैसे देशों में भी कनाडा का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। वह 1998 से 2000 तक नई दिल्ली स्थित कनाडाई उच्चायोग में फर्स्ट सेक्रेटरी भी रह चुके हैं।
