आ गया दिवाली बोनस! निवेश करें एकमुश्त राशि, SIP में लगाएं पैसा बनाएं इमरजेंसी फंड?
- कारोबार दिल्ली राष्ट्रीय
Political Trust
- October 3, 2025
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नई दिल्ली। दिवाली का त्योहार खुशियों और रौनक के साथ-साथ फाइनैंशियल प्लानिंग के लिए भी खास होता है। इस समय ज्यादातर कंपनियां कर्मचारियों को बोनस या कैश गिफ्ट देती हैं, जिससे जेब में एकमुश्त अतिरिक्त रकम आ जाती है। अक्सर लोग इस बोनस को तुरंत खर्च करने या कहीं सुरक्षित रखने की सोचते हैं, लेकिन एक्सपर्ट्स मानते हैं कि अगर सही स्ट्रैटेजी अपनाई जाए, तो यह रकम आपके लिए लॉन्ग टर्म वेल्थ क्रिएशन का बेहतरीन जरिया बन सकती है। सवाल यह है कि इस बोनस को कहां लगाया जाए—क्या इसे एकमुश्त (लंप-सम) निवेश करना चाहिए, धीरे-धीरे (SIP) से बाजार में लगाना चाहिए या फिर दोनों इन्वेस्टमेंट स्ट्रैटेजी के मेल को अपनाना ज्यादा समझदारी भरा कदम होगा?
एकमुश्त या SIP कैसे करें निवेश?
इन्वेस्टमेंट एक्सपर्टस के अनुसार “अगर निवेश की समयावधि लंबी है, बाजार उचित मूल्य पर हैं और निवेशक की जोखिम उठाने की क्षमता ज्यादा है, तो एकमुश्त निवेश (लंप सम) बेहतर रहता है। यह पैसे को तुरंत बढ़ने का मौका देता है और उन फंड्स के लिए उपयुक्त है जिनकी निकट भविष्य में जरूरत नहीं है।”
जो निवेशक धीरे-धीरे बाजार में निवेश करना चाहते हैं या अस्थिरता के प्रभाव को कम करना चाहते हैं, उनके लिए SIP सबसे बेहतर विकल्प है। “SIP निवेश में वित्तीय अनुशासन लाते हैं और समय के साथ निवेश के सही अवसर सुनिश्चित करते हैं। साथ ही, तरलता (नकदी) की जरूरतें भी निर्णय में अहम भूमिका निभाती हैं – अगर अल्पकालिक वित्तीय जिम्मेदारियां हैं, तो दिवाली बोनस को लिक्विड फंड या शॉर्ट ड्यूरेशन फंड में रखना बेहतर हो सकता है।”
इन्वेस्टमेंट एक्सपर्टस के अनुसार “अगर निवेश की समयावधि लंबी है, बाजार उचित मूल्य पर हैं और निवेशक की जोखिम उठाने की क्षमता ज्यादा है, तो एकमुश्त निवेश (लंप सम) बेहतर रहता है। यह पैसे को तुरंत बढ़ने का मौका देता है और उन फंड्स के लिए उपयुक्त है जिनकी निकट भविष्य में जरूरत नहीं है।”
जो निवेशक धीरे-धीरे बाजार में निवेश करना चाहते हैं या अस्थिरता के प्रभाव को कम करना चाहते हैं, उनके लिए SIP सबसे बेहतर विकल्प है। “SIP निवेश में वित्तीय अनुशासन लाते हैं और समय के साथ निवेश के सही अवसर सुनिश्चित करते हैं। साथ ही, तरलता (नकदी) की जरूरतें भी निर्णय में अहम भूमिका निभाती हैं – अगर अल्पकालिक वित्तीय जिम्मेदारियां हैं, तो दिवाली बोनस को लिक्विड फंड या शॉर्ट ड्यूरेशन फंड में रखना बेहतर हो सकता है।”
